अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस हर साल 12 मई को मनाया जाता है, जो मॉर्डल नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन को नर्सों के योगदान और उनकी सेवाओं को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने कोरोना महामारी जैसे कठिन समय में अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा की।
*नर्स दिवस के अवसर पर कुछ महत्वपूर्ण बातें:*
– *नर्सों की कमी*: देश के कई अस्पतालों में नर्सों की कमी एक बड़ी समस्या है। उदाहरण के लिए, हापुड़ के सरकारी अस्पतालों में नर्स की कमी है, जहां 15 लाख की आबादी पर सिर्फ 47 नर्स तैनात हैं।
– *नर्सों का सम्मान*: नर्स दिवस के अवसर पर नर्सों को सम्मानित करने और उनकी सेवाओं को पहचानने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। सिद्धार्थनगर में माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जहां नर्सों की समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की गई।
– *नर्सों की भूमिका*: नर्सें मरीजों की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे न केवल मरीजों का इलाज करने में मदद करती हैं, बल्कि उन्हें भावनात्मक समर्थन भी प्रदान करती हैं।
– *फ्लोरेंस नाइटिंगेल*: फ्लोरेंस नाइटिंगेल एक महान नर्स थीं जिन्होंने क्रीमिया युद्ध के दौरान घायल सैनिकों की सेवा की। उन्हें “द लेडी विद द लैंप” के नाम से जाना जाता है, क्योंकि वे रात के अंधेरे में लैंप लेकर घायल सैनिकों का इलाज करने के लिए निकलती थीं