रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। शासकीय गृह विज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर प्राचार्य डॉ. कामिनी जैन के मार्गदर्शन एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ हर्षा, किरण विश्वकर्मा के सहयोग एवं शिविर दल नायक प्रेरणा पाल एवं मुस्कान सोलंकी सहित वरिष्ठ स्वयं सेविका पूजा गोस्वामी नताशा , मनीषा कहार के सहयोग से संपन्न हुई। द्वितीय दिवस 15 फरवरी को बौद्धिक सत्र की विशिष्ठ आतिथ्य सामाजिक कार्यकर्ता एवं समाज वैज्ञानिक डॉ सीमा कैथवास द्वारा छात्राओं को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में छात्राएं समुदाय से प्रत्यक्ष जुड़कर सामाजिक समस्याएं पहचानकर उन समस्याओ का समाधान खोजने का प्रयास करते है। और सामुदायिक परिवेश में रहकर समुदाय से जुड़ता है । और सामुदायिक वातावरण से अनुभव लेकर ज्ञान अर्जित करता है। और भविष्य में अपने ज्ञान के अनुरूप समस्या का निदान करने का प्रयास कर सकता है। और शिवर में प्रतिभागी बनी छात्राएं अनुभव व ज्ञान अर्जित कर अपना योगदान देकर व्यक्तित्व विकास कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में इस शिविर का एक अलग महत्व है तथा प्रमुख रूप से हमारे मौलिक कर्तव्य हमे राष्ट्र भावना को बढ़ाने में सहयोग करते है। जो मौलिक अधिकार हमें प्राप्त है वे महिलाओं के अधिकार एवं मानवाधिकार का ही हिस्सा है। इसका प्रमुख मक़सद महिलाओं को सुरक्षा, शिक्षा व समान अवसर देना ही है। डॉ. कैथवास ने महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षित रखने के उपाय भी बताए। उन्होंने भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं को विस्तृत रूप से बताया तथा संविधान में प्रदत्त नागरिकों के मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य पर प्रकाश डालते हुए छात्राओं से विचारों को साझा किया। उन्होंने बताया कि सामाजिक अनुसंधान के माध्यम से ही हम ग्रामीण क्षेत्र में सुधार सहित एक नया परिवर्तन लाने का प्रयास कर सकते हैं। और जो शोधकर्ता सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए सामाजिक समस्या पर समाज शास्त्रीय शोध कार्य करते हैं उन्हें ही हम समाज वैज्ञानिक कहते हैं। इस अवसर पर पधारे वरिष्ठ पत्रकार राजीव अग्रवाल द्वारा छात्राओं को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि सामुदायिक विकास और समाज में नागरिको की ज़िम्मेदारी को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना जैसा माध्यम है। एनएसएस शिविर में शामिल होकर छात्राएं समूह में रहने और जवाबदारी साझा करने सहित उनमें टीम वर्क वो समाज की समस्या का निदान करने की क्षमता विकसित हो सकेंगी। इसके पश्चात तात्कालिक भाषण का आयोजन किया गया। रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिव बारात प्रांगण से चौक तक निकाली गई।जिसमें सभी वरिष्ठजन, बच्चे शामिल होकर उत्साहित होकर आनंद लिया। शिविर में डॉ. वैशाली, डॉ निशा रिछारिया, डॉ प्रगति जोशी, प्रीति ठाकुर, देवेन्द्र सैनी,अनिल जी, रफ़ीक़ जी ने विशिष्ठ योगदान एवं मार्गदर्शन दिया। इस अवसर पर आश्रम के बाबा प्रसाददास एवं डोंगरवाडा सरपंच माखन कीर सहित ग्रामीणजनों का विशेष सहयोग रहा।