कालापीपल(बबलू जायसवाल)ग्राम पंचायत चाकरोद में 1981-82 के दौरान गरीबों को बांटे गए 64 पट्टे का गंभीर मामला है।ग्राम चाकरोद में बंटन हेतु 46-332 हेक्टेयर भूमि प्राप्त हुई थी,जिसे शासन के नियमानुसार विज्ञप्ति जारी कर आवेदन पत्र प्राप्त करने हेतु आदेश जारी हुए थे,तब दिनांक 26/05/1982 में प्रकरण जांच समिती की बैठक में लिया गया था जब आदेशानुसार विज्ञप्ति जारी कर आवेदन आमंत्रित किए गए,उक्त प्रकरण में जांच समिती द्वारा भूमि बंटन की कार्यवाही की गई,ग्राम में कुल 46-332 हे.भूमि बंटन को प्राप्त हुई,जिसमें स्वतंत्र रुप से घंटन हेतु 39-106 है,तथा व्यवस्थाजन को 7-226 हे. है।भूमि उपलब्ध है।जब विज्ञप्ति जारी होने के बाद कुल 129 आवेदन पट्टे लेने वाले हितग्राहियों से प्राप्त हुए,जब प्राप्त आवेदनों की जांच की गई,जांच उपरांत 65 आवेदन अपात्र हुए थे तथा 64 पट्टों को वितरण किया गया था।तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समय में बांटे गए पट्टे थे।ग्राम पंचायत चाकरोद में सरकार ने पिछड़ी जातियों के गरीबों को 64
पट्टे वितरण किए गए थे,सरकार की मंशा थी कि यह गरीब मजदूर इन पट्टों के द्वारा खेती कर अपना भरण पोषण कर सके,जबकि वर्तमान में इन गरीबों के पट्टो पर भू-माफियाओं का कब्जा है,और बहुत सारी जमीन पर कॉलोनिया काट दी गई है,मगर पैसों के लालच में शासकीय जमीन को उने-पोने दाम पर पट्टौकी खरीद-फरोख्त की है और झूठे आवेदन लगाकर उनकी रजिस्ट्रीयां अभी करवा ली है,और बड़े-बड़े उद्योग लगाकर व्यवसाय किया जा रहा है।