रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। नगर पालिका परिषद नर्मदापुरम द्वारा शहर में जगह-जगह लगी मटन मुर्गा की दुकानों से हो रही समस्या से नगरवासियों को निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के आदेश के बाद करीब 1 करोड रुपए से शहर में नया मीट मार्केट बनाने की तैयारी कर ली है।जिसके लिए नगर पालिका द्वारा गैरेज लाइन के पास उद्यानिकी विभाग की नर्सरी क्षेत्र की जगह देखी गई है। नगर पालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव के अनुसार शहर में नया मीट मार्केट बनाया जा रहा है जल्द ही प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा और शहर में लग रही मांस की खुली दुकानों को शिफ्ट कराया जाएगा। मीडिया में इस खबर आने के बाद अब विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस विषय पर आपत्ति ली गई है।
श्री सोनी ने बताया कि ख़बर से आज संपूर्ण जिले को ज्ञात हुआ कि संत और हिन्दू समाज की धार्मिक आस्थाओं पर नगर पालिका नर्मदापुरम के द्वारा आधात किया जा रहा। उक्ताशय की जानकारी देते हुये विश्व हिन्दू परिषद मध्यभारत प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी ने बताया कि पूरे जिले को स्मरण है कि 16 फरवरी 2024 को नर्मदा जयंती के पावन पर्व पर जिले के चारों विधायक एवं पूज्य संतों तथा लाखों नर्मदा मैया के भक्तों के समक्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री डां मोहन यादव द्वारा जनता की धार्मिक आस्थाओं के अनुसार नर्मदापुरम नगर को पवित्र नगर घोषित किया गया था। पवित्र नगरों की सीमाओं में मांस और शराब की बिक्री शासन द्वारा प्रतिबंधित है। तो फिर क्यों नगरपालिका अधिकारी नगर सीमा के अन्दर मीट मार्केट के लिये जमीन का चयन कर रही है।विश्व हिन्दू परिषद द्वारा क्षेत्रीय सांसद दर्शन सिंह चौधरी एवं क्षेत्रीय विधायक डां सीतासरन शर्मा सहित जिला कलेक्टर से धर्म हित में आग्रह किया है कि विषय की गंभीरता एवं जन भावनाओं के सम्मान में तत्काल प्रशासनिक अधिकारीयों से बात कर मीट मार्केट का स्थान परिवर्तन करवाया जाये अथवा संत समाज विश्व हिन्दू परिषद एवं नर्मदा भक्तों को शासन के इस नीति के विरोध आन्दोलन करने को विवश होना पडेगा।