कालापीपल(बबलू जायसवाल) राजपूत समाज ने निकाली भव्य शोर्य यात्रा,महाराणा प्रताप के लगाए जयकारें
कालापीपल राजपूत समाज प्रगति मंडल के केंद्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष मिश्रीलाल सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में हिंदू कैलेंडर के अनुसार जेष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया को महान योद्धा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 484 वीं जयंती इंदौर,उज्जैन,देवास, शाजापुर,सीहोर,भोपाल,रायसेन,होशंगाबाद,हरदा जिले में धूमधाम से मनाई गई व महाराणा प्रताप को याद किया।
प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी राजपूत समाज प्रगति मंडल जिला परिषद शाजापुर, क्षेत्रीय परिषद शुजालपुर/कालापीपल व सभी शाखा परिषदों के तत्वाधान में समाजजनों द्वारा शोर्य यात्रा निकाली,शोर्य यात्रा कालापीपल तहसील के धुबोटी गांव से प्रारंभ हुई वही सिलोदा में महाराणा प्रताप के चित्र पर पूजा अर्चना व पुष्प अर्पित कर शोर्य यात्रा का विधिवत शुभारंभ किया गया।,यात्रा ग्राम निपानिया देव,अरनिया कला,अमलाय (पत्थर की) से होते हुए जेठड़ा गांव पहुचीं,इस दौरान शोर्य यात्रा में हाथों में भगवा ध्वज,सिर पर पगड़ी व डीजे पर चल रहे महाराणा प्रताप के गाने पर समाज के युवा जमकर थिरके जहां युवाओं में काफी उत्साह देखा गया,वही शोर्य यात्रा का जगह जगह पर ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
*जेठड़ा की पहाड़ी पर राजपूतों ने मुगलों को युद्ध मे किया था परास्त*
वही जेठड़ा गांव में शोर्य यात्रा निकाली,वही यात्रा जेठड़ा गांव के पहाड़ी राजपूत समाज के धरोहर स्थल देव स्थान पर पहुची जहां वरिष्ठजनों ने समाज के वर्षों पुराने इतिहास के बारे में युवाओं को जानकारी दी, जिसमे बताया कि वर्षों पूर्व खेरगढ़ (चित्तौड़गढ़) राजस्थान से हजारों की संख्या में पूर्वज बैलगाड़ी से आकर जेठड़ा के बड़ला(पहाड़ी) पर रुके थे,जहां मुगलों से राजपूतों का युद्ध हुआ था जिसमें राजपूतों ने युद्ध जीता था ,वही जेठड़ा के बड़लें पर बसे थे। वही महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर उक्त भूमि पर विराजमान देवी देवताओं की पूजा अर्चना की व यह की माटी को राजपूत समाज के लोगों ने प्रणाम किया।
इसके उपरांत कार्यक्रम की शुरुआत की गई जहां हिंदू वीर महान योद्धा वीर शिरोमणि महाराणा के चित्र पर पूजा अर्चना कर पुष्पांजलि अर्पित की वही महाराणा प्रताप को याद कर जय राजपूताना जय महाराणा के जमकर नारे लगे।
वही मंच पर मोजुद समाज के वरिष्ठ लोगों ने समाज के इतिहास पर प्रकाश डाला व समाजजनों को राजपूत समाज प्रगति मंडल समाज की कई पीढ़ियों के बारे में बताया।
*राजपूत समाज के इतिहास से जुड़ी जमीन को लेकर दी चेतावनी*
जेठड़ा के बड़ले पर स्थित जमीन पर वन विभाग के कब्जे से नाराज समाज के लोगों ने वर्षों पूर्व के इतिहास से जुड़ी जमीन मे से 3 हेक्टेयर जमीन समाज को दिए जाने की मांग की।समाज के जिला अध्यक्ष चंदरसिंह सिसोदिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी जमीन नही दी गई तो समाज धरना प्रदर्शन व आंदोलन पर बाध्य होगा।आयोजित कार्यक्रम में राजपूत समाज के ग्राम धुबोटी,सिलोदा,जामनेर,अकोदी,निपानिया देव,अरनिया कलां,रुस्तमपुर,बासला,पंचदेहरिया,डाबरी,अमलाय पत्थर की,गुर्दाखेड़ी,जेठड़ा, कालापीपल,शुजालपुर आदि स्थानों से हजारों की संख्या राजपूत समाज के समाजजन मोजुद रहे।