रिपोर्टर : हेमंत सिंह
कटनी : सदेशखाली (पश्चिम बंगाल) में अनुसूचित जाति/जनजाति की महिलाओं पर हो रहे उत्पीडन पर अविलंब कार्यवाही कर दोषियो तथा दोषियों को संरक्षण प्रदान करने वालों के विरूद्ध एट्रोसिटी एक्ट के अंतगर्त कानूनी कार्यवाही किए जाने के संबंध में।
माननीय महामहिम महोदया जी,
निवेदन कि संदेशखाली (पश्चिम बंगाल) में अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगो जिनमें महिलाए एवं बालिकाएं भी शामिल हैं, पर कई वर्षों से अविराम अत्याचार एवं अमानवीय व्यवहार तृणमूल काग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उनके गुंडो द्वारा किया जा रहा है।
संदेशखाली द्वीप जो पश्चिम बंगाल में आता है साथ ही कोलकत्ता से यह 75 किलोमीटर दूर है, के उत्तर में 24 परगना में सुंदरवन है जहां पर अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग कृषि व अन्य कार्य कर अपना जीवन यापन करते है। उनकी जमीनो पर तृणमूल्ल काग्रेंस के नेता शाहजहां शेख और उसके गुंडो द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया है साथ ही क्षेत्र की बहुमूल्य संपदा की भी चोरी की जा रही है तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख के गुंडे जबरन घर-घर से महिलाओं तथा युवतियों को उनके द्वारा स्थापित कार्यालय व भवनों मे ले जा कर बंधक बनाकर शरीरिक शोषण व अत्याचार करते है अपने उपर हो रहे इन अमानवीय अत्याचारों के विरूद्ध स्थानीय महिलाओं एवं बालिकाओं के द्वारा दिनाँक 8/2/2024 को अपनी जान को जोखिम में डालकर जुलूस निकाल कर तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उसके गुंडो द्वारा किये जा रहे अत्याचार व अन्याय के खिलाफ जिला प्रशासन व शासन स्तर पर शिकायत की गई।
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माननीय महामहिम महोदया जी उक्त जुलूस में अनुसूचित जाति/जनजाति की महिलाओ एवं बालिकाओं के आकोश के परिणामस्वरूप पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल श्री सी. वी. आंनद बोस द्वारा उस क्षेत्र का भ्रमण / दौरा किया गया तथा उनके द्वारा व्यक्त किया गया कि मैंने वहा पर देखा वह भयानक एवं भयावह है जिसने मुझे अन्दर तह झकझोर दिया है। मैंने वहां पर ऐसी बाते सुनी व देखी जिसे मुझे देखना व सुनना नहीं चाहिये, वहां की स्थिति सभ्य समाज के लिये शर्मनाक होकर कलंक है।
माननीय महामहिम महोदया जी कलकत्ता उच्च न्यायालय, राष्ट्रीय महिला आयोग एवं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग जैसे संवैधानिक संस्थाओं द्वारा भी इन घटनाओं पर गहरा रोष व्यक्त किया गया हैं। राजनीतिक एवं धार्मिक कारणो से प्रेरित यह कृत्य पुलिस प्रशासन एवं पश्चिम बंगाल सरकार की नकामी को भी उजागर करते हैं। महिलाओं बालिकाओं और बच्चों के साथ बर्बरता पूवर्क व्यवहार, यौन उत्पीडन मारमीट की अनेकों ही घटनाए लगातार निकलकर सामने आ रही हैं। अपराधियों द्वारा जमीन हडपने के कितने ही मामले लगातार उजागर हो रहे हैं। इन घटनाओ स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल में महिलाओ एवं बच्चो की सुरक्षा स्थिति कितनी भयानक है एवं हम इन दर्दनाक घटनाओ की ओर निंदा एवं विरोध करते हैं।
हम सकल हिंदू समाज हितरक्षक मंच के द्वारा मांग करते हैं कि
1. एक उच्च स्तरीय राष्ट्रीय उच्च जांच दल गठित कर संदेशखाली का भ्रमण व दौरा कर प्रतिवेदन मंगाया जावे तथा उक्त प्रतिवेदन पर तुरन्त कार्यवाही कर दोषियो तथा उनका संरक्षण देने वालो को समुचित रूप से दंडित किया जावे ।
2. ऐसी व्यवस्था स्थापित की जावे की संदेशखाली के अनुसूचित जाति /जनजाति के समुदाय के लोग निर्भय होकर कर अपना व अपने परिवार का भरणपोषण कर सकें तथा समृद्ध, सम्य व संगठित भारत कि निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें
राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा इस गंभीर मामले में दखल देने का हम स्वागत करते है।