रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के परिपालन में ’’अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा’’ कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार 18 जनवरी 2024 को पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका विषय भगवान श्री राम के जीवन चरित्र पर आधारित था। जिसमें महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ श्रीमती कामिनी जैन ने भगवान श्री राम के चरित्र पर छात्राओं को उद्बोधन देते हुए बताया कि भगवान श्री राम ने 14 वर्ष वन में रहकर भारतीय आदिवासी जनजाति,पहाड़ी और समुद्री लोगों के बीच सत्य, प्रेम ,मर्यादा और सेवा का संदेश फैलाया , श्री राम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा जाता है। कार्यक्रम संयोजक डॉ वैशाली लाल ने छात्राओं को प्रतियोगिता के नियम समझाएं एवं अपने उद्बोधन में बताया श्री रामचंद्र जी की सभी चेष्टाएं धर्म, ज्ञान, नीति शिक्षा ,गुण, प्रभाव, तत्व एवं रहस्य से भरी हुई हैं उनका व्यवहार देवता, ऋषि ,मुनि, मनुष्य ,पक्षी आदि सभी के साथ ही प्रशंसनीय, अलौकिक और अतुलनीय है इन सभी गुणों को हमें अपने जीवन में चरितार्थ करने की आवश्यकता है। इसी के साथ प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में डॉ अरुण सिकरवार, डॉ.दीपक अहिरवार, डॉ कीर्ति दीक्षित उपस्थित रहे।
निर्णायक डॉ अरुण सिकरवार ने भगवान श्री राम के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बताया कि तुलसीदास जी ने श्री राम को एक आदर्श पुरुष के रूप में चित्रित किया है। जिसमें सभी प्रकार के गुण समावेश हैं वे करुणा, दया क्षमा, सत्य, न्याय ,सदाचार साहस, धैर्य और नेतृत्व जैसे गुणों के धनी हैं वे एक आदर्श पुत्र, भाई ,पति, राजा और मित्र हैं। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रज्ञा सकेरिया, द्वितीय स्थान साक्षी अमोले एवं तृतीय स्थान मनीषा प्रजापति ने प्राप्त किया।
इसी प्रकार स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान खुशी चौहान ने द्वितीय स्थान रेशमा शाह तृतीय स्थान रिमझिम मुकाती ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में डॉ प्रगति जोशी, डॉ एकता गुप्ता, श्रीमती प्रीति मालवीय का विशेष योगदान रहा एवं कार्यक्रम में महाविद्यालय की अन्य छात्राएं भी उपस्थित रही।