रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। शासकीय नर्मदा कॉलेज में मेरी माटी मेरा देश अमृत महोत्सव के अंतर्गत नर्मदापुरम के गोवा आंदोलन में सक्रिय स्वतंत्रता सेनानी श्रद्धेय प्रतीश चंद्र दत्ता को श्रद्धांजलि दी गई। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती आरती दत्ता का शाल, श्रीफल, पुष्प गुच्छ से सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है श्री दत्ता जी गोवा मुक्ति आंदोलन में सक्रिय रूप से 1 अगस्त 1955 में शामिल हुए थे। 1961 में गोवा आजाद हो गया। इस दौरान उन्होंने कई जेल यात्राएं की । सरकार की प्रताड़नाएं सहन की। गोवा आजादी के बाद दत्ता जी ने स्वयं को सामाजिक गतिविधियों में व्यस्त रखा ।1998 में उनकी मृत्यु हो गई। कार्यक्रम संयोजक डॉ हंसा व्यास ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कर्तव्य निष्ठा की भावना के लिए समर्पण ,देश भक्ति का भाव होना आवश्यक है तभी देश के विकास में हम सहयोग कर सकेंगे। उन्होंने गोवा आंदोलन पर अपने संस्मरण भी सुनाये। प्रभारी प्राचार्य डॉ अमिता जोशी ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हम आजाद देश में पैदा हुए। हमारी आजादी बहुत कीमती है
किंतु कल का इतिहास वर्तमान का आधार है अतः देश और समाज के लिए निष्ठापूर्वक कार्य करें ताकि आने वाली पीढ़ियां उसे देख सकें। डॉ दिनेश श्रीवास्तव ने संचालन आभार प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि मनीष परदेसी, विधायक प्रतिनिधि दिनेश चौकसे, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एस सी हर्ने, डॉ के जी मिश्रा ,डॉ राजेश दीवान , डॉ कमल चौबे, डॉ ममता गर्ग, डॉ एस के दिवाकर, कुमुदिनी गार्गव ,डॉ रूप भावसार, डॉ शोभा बिसेन,डॉ मीनाक्षी ठाकुर, यास्मीन खान, डॉ अंजना यादव,जय श्री
नंदनवार,सुरभि भट्ट, नीता वर्मा सहित खुशी धुर्वे, साक्षी ,पलक ,पीयूष राठौर , सुशांत दीवान , आकाश केवट, राजा केवट, महेश उनके कार्तिक यादव , अंकित, महेश और शिवम सैनी उपस्थित रहे।