कटनी। विकासखंड रीठी के ग्राम पंचायत वसुधा में प्रोजेक्ट उन्नति के तहत जैविक सब्जी उत्पादन एवं नर्सरी प्रबंधन का प्रशिक्षण प्रशिक्षक रामसुख दुबे द्वारा दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के क्रम में कम लागत तकनीकी के अंतर्गत महिलाओं को टपक सिंचाई विधि सेजल की बचत और अधिक सिंचाई तथा 80 से 90% पानी की बचत एवं संरक्षित खेती के अंतर्गत नियंत्रित तापमान पर सब्जियों एवं फूल के उत्पादन के लिए पाली हाउस तथा शेडनेट एवं प्लास्टिक मल्चिंग की तकनीकी जानकारी दी गई। गोबर कंपोस्ट ना बनाकर अध सड़ा गोबर खेत में डालने से नींदा में वृद्धि पोषक तत्वों की कमी तथा दीमक वृद्धि होती है गोबर कंपोस्ट एवं भू नाडेप एवं केंचुआ खाद निर्माण तथा उसका फसलों में उपयोग की जानकारी दीजिए। फफूंद नाशक ट्राइकोडरमा विर्डी तथा जैव उर्वरक दलहनी फसलों में राइजोबियम गैर दलहनी फसलों में अजेक्टोबैक्टर। अजोस्पैरिलियम तथा सभी फसलों में फासफेटिका का बीज उपचार भूमि उपचार नर्सरी उपचार तथा जरकंद उपचार का तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। महिलाओं को भू नाडेप निर्माण एवं पांच पत्ती काढ़ा जैविक कीटनाशक को बनाने का प्रायोगिक प्रशिक्षण करके दिखाया गया। यह प्रशिक्षण मध्यप्रदेश शासन ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के संचालक पवन कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण समन्वयक सुनील रजक एवं अनुपम पांडे के सहयोग से चल रहा है। प्रशिक्षण में केसरी सिंह कमलेश बाई राजकुमारी शैलजा विश्वकर्मा मंगलिया बाई सुदामा बाई गैंदा बाई गायत्री बाई आदि उपस्थित रही।