कहीं डाली गई अतिरिक्त पाइप लाइन तो कहीं स्थापित कराए गए अतिरिक्त पंप, हैंडपंपों में कराया जा रहा सतत सुधार
कटनी। भीषण गर्मी के इस मौसम में जिले में कहीं भी जल संकट की स्थिति निर्मित न हो और पेयजल संबंधी कोई भी शिकायत सामने आए उसका त्वरित और गंभीरता से निराकरण किया जाए, इसके लिए कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद द्वारा पेयजल आपूर्ति से संबंधित सभी विभागों को सचेत किया जा चुका है। इसके साथ ही जैसे ही जल संकट से जुड़ी कोई भी शिकायत, जानकारी या खबर कलेक्टर श्री प्रसाद तक पहुंचती है, वे इसका त्वरित निराकरण कराने प्रयास कर रहे है…और इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि इतनी भीषण गर्मी के बावजूद शहर से लेकर गांव तक अधिकांश क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता बनी हुई है।
*ग्राम नैगवां में स्थापित किया गया नवीन पंप*
पेयजल उपलब्धता को लेकर सर्वाधिक शिकायतें रीठी विकासखंड से सामने आ रही हैं, जिससे निपटने के लिए कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा विशेष कार्ययोजना बनाई गई है। इस क्षेत्र की जल संबंधी शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण किया जा रहा है। विगत दिवस रीठी विकासखंड के ग्राम नैगवां और ग्राम खुसरा में जल संकट गहराने और प्राकृतिक कुंड से प्यास बुझाने के लिए विवश होने संबंधी जानकारी जैसे ही कलेक्टर श्री प्रसाद को लगी, वैसे ही उन्होंने इसकी तत्काल जांच कर निराकरण के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिए। कलेक्टर के निर्देश पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पीएचई विभाग द्वारा गांव का निरीक्षण कराकर ग्राम पंचायत को नवीन सिंगल फेस मोटर पंप प्रदान करते हुए उक्त मोटर पंप स्थापित कराया गया और पेयजल आपूर्ति बहाल की गई।
*खरखरी नं 2 में किया गया पेयजल संकट का निदान*
इसी प्रकार रीठी विकासखंड के ही ग्राम खरखरी नं 2 में पेयजल संकट की शिकायत सामने आने पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा पीएचई विभाग के माध्यम से इसका तत्काल निराकरण कराया गया। कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश पर पीएचई विभाग द्वारा उक्त ग्राम में जल जीवन मिशन अंतर्गत नवीन मोटर पंप डालकर नल जल योजना प्रारंभ कराई गई साथ ही क्षेत्र के बिगड़े हैंडपंपों में सुधार कार्य कराकर पेयजल समस्या से ग्रामीणों को निजात दिलाया गया।
*सिंगईया टोला में हल हुई पानी की समस्या*
रीठी विकासखंड के ही सिंगईया टोला में पेयजल संकट की शिकायत सामने आने पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा पीएचई विभाग को इसकी जांच कर निराकरण के लिए निर्देशित किया गया। कलेक्टर के निर्देश के परिपालन में विभाग द्वारा जांच कराई गई। जांच में पाया गया की क्षेत्र में स्थित तालाब के पास नलकूप में मोटर पंप स्थापित है जिससे पेयजल आपूर्ति हो रही है साथ ही क्षेत्र में हैंडपंप भी चालू अवस्था में है, जिनका उपयोग ग्रामीणों द्वारा पेजयल आपूर्ति के लिए किया जा रहा है। ग्राम में नल जल योजना भी सुचारू रूप से संचालित हो रही है। रेट्रोफिटिंग नलजल योजना का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। पूर्व की नल जल योजना की पाइप लाइन की मरम्मत के लिए 4.95 लाख के कार्य का प्राकल्लन तैयार कर ग्राम पंचायत को प्रदान किया जा चुका है। साथ ही बिगड़े हैंडपंपों का भी सुधार कार्य करा कर जलापूर्ति की जा रही है।
*बूस्टर पंप लगाकर दादर सिंहुडी में चालू की गई नल जल योजना*
ढीमरखेड़ा विकासखंड अंतर्गत ग्राम दादर सिंहुड़ी में पेयजल संकट की खबर संज्ञान में आने पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा इसके त्वरित जांच कर निराकरण के निर्देश पीएचई विभाग को दिए गए थे। निर्देश के परिपालन में विभाग द्वारा संबंधित गांव का निरीक्षण कर जांच कार्यवाही की गई। जिसमें पाया गया की खनिज मद से स्वीकृत नल जल योजना के तहत उच्च स्तरीय टंकी, पाइपलाइन और संपवेल का काम पूर्ण कर लिया गया है। लेकिन उक्त योजना के तहत खनित नलकूप गांव से 1200 मीटर दूर पहाड़ी के नीचे स्थित होने और संपवेल में बिजली कनेक्शन न होने से उच्चस्तरीय टंकी में पानी न पहुंचने की दशा के कारण पेयजल सप्लाई बंद पड़ी थी। जांच उपरांत कार्यवाही करते हुए ग्राम पंचायत के सहयोग से संपवेल में विद्युत कनेक्शन का कार्य करा कर और नलजल योजना के नलकूप के पास एक अतिरिक्त बूस्टर पंप स्थापित कर नलजल योजना से पेयजल सप्लाई प्रारंभ कर दी गई है।
*चरगवां और खमतरा में भी हुआ जल समस्या का समाधान*
इसी तरह कटनी विकासखंड के ग्राम खमतरा में जल संकट की समस्या सामने आने पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा इसका त्वरित निराकरण कराया गया। कलेक्टर के निर्देश के परिपालन में पीएचई विभाग द्वारा गांव में 130 मीटर अतिरिक्त पाइप लाइन बिछाकर नलजल योजना के तहत पेयजल आपूर्ति की जा रही है। बहोरीबंद विकासखंड के ग्राम चरगवां में भी पेयजल संबंधी समस्या का निदान कलेक्टर के निर्देश पर किया जा रहा है। यहां पीएचई विभाग द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत टंकी निर्माण और पाइप लाइन विस्तारीकरण कार्य प्रगति पर है। गांव के जलापूर्ति समस्या से संबंधित वार्डों में पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।