रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। खरगोन जिले मे ओवरलोड यात्रियों से खचाखच भरी हुई तेज़ रफ्तार से दौड़ती बस अनियंत्रित होकर बोराड नदी के पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे गिर गई थी। इस हादसे में करीब 24 से ज्यादा मौतें हुई हैं। जिसके बाद से जिला प्रशासन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में आरटीओ निशा चौहान द्वारा फील्ड पर घूमकर यात्री बसों वाहनों की सघन चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया है। गुरुवार को आरटीओ निशा चौहान द्वारा टीम के साथ जिला मुख्यालय के बस स्टैंड पर खड़ी बसों की जॉच की गई और जुर्माना भी लगाया गया। गुरुवार को लगातार हो रही जांच को नियमित करते हुए आरटीओ की टीम द्वारा कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देशानुसार आरटीओ निशा चौहान के नेतृत्व में शहर के विभिन्न मार्गो पर संचालित बसों के परमिट, फिटनेस,मेडिकल बॉक्स, अग्निशमन यंत्र,ओवरलोडिंग की जांच की गई। जिसमे 22 बसों की जांच करने पर 8 बसों में नियमों का पालन न करना पाया गया। जिनके 12 हज़ार का चालान काटा गया। वाहन स्वामियों को मोटर यान अधिनियम के तहत नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए। तथा जिन बसों में कमी पाई गई उन्हें 3 दिवस के अंदर पाई गई कमी को दुरुस्त करने के निर्देश किए गए। ऐसा नहीं होने पर चालानी एवं अन्य कार्यवाही के लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे। सूत्रों के अनुसार गत दिनों आरटीओ द्वारा इटारसी से संचालित एक यात्री बस को बिना परमिट बारात ढोते हुए पकड़ा गया था। बस को छोड़ने के लिए एक नेताजी ने काफी बवाल भी मचाया था और आरटीओ पर अनावश्यक दबाव भी बनाया गया। परंतु आरटीओ द्वारा अपने कार्य के प्रति गंभीरता दिखाते हुए करीब 41हज़ार का जुर्माना भी कर बस को छोड़ा गया था। बताया जाता है कि बस को जप्त करने से पूर्व आरटीओ द्वारा पूरी बारात को पहले उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया उसके बाद खाली बस को आरटीओ कार्यालय लाया गया। सूत्रों की माने तो उक्त मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों तक भी पहुंची है। और तथाकथित नेताजी के द्वारा किए दबाव रूपी व्यवहार के विषय में भी अवगत कराया गया।