संवाददाता -भूनेश्वर केवट
मंडला जिले के वरिष्ट पत्रकार एंव आरटीआई कार्यकर्ता माननीय शिवदोहरे जी के अनुसार, पुलिस चौकी हिरदेनगर के अंतर्गत विगत तीन चार महीनों से हिरदेनगर में जुआ, सट्टा, शराब, गांजा का व्यवसाय काफी फल-फूल गया है। लेकिन जिम्मेदार रुपयों की लालच में सारे अवैध काम को सहमति से चलवा रहे हैं। जिनको जनता की सुरक्षा और अवैध व्यवसाय को रोकने के लिए पदस्थ किए जाते हैं, लेकिन उनके ही द्वारा यह सब अवैध गतिविधियां संचालित करवा रहें हैं। सम्बंधित जिम्मेदारों को सरकार द्वारा तनख्वाह तो देती है लेकिन तनख्वाह के अलावा इनकी लालसा इतनी बढ़ जाती है कि अवैध गतिविधियों वालों से सांठ-गांठ कर अतिरिक्त रुपए कमाने की होड़ में लगे रहते हैं। अवैध गतिविधियों के सम्बंध में समाचार पत्र में प्रकाशन कर पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन को सच का आईना दिखाते ही उन्हीं का हमला अवैध गतिविधियों में जुड़े लोगों को सावधान कर दिया जाता है, जिससे एक-दो दिन के लिए अवैध काम को बंद कर दिया जाता है। जुआ, सट्टा, शराब, और गांजा का व्यवसाय निडर होकर पुनः प्रारंभ कर दिया जाता हैं। उक्त व्यवसाय हिरदेनगर में किसकी अनुमति चल रहा है यह सबको मालूम है और हिरदेनगर की जनता को को भी मालूम है। इसी तरह शासकीय सम्पदा रेत का ठेका नहीं हुआ था तब तो हिरदेनगर में रात दिन रेत की चोरी शासकीय नुमाइंदों के द्वारा करवाई गई। जुआ सट्टा शराब और गांजा से जुड़े लोग नवयुवकों को गर्त में ढकेल रहे हैं। जुआ और शराब को लेकर हाल ही में बहुत सी महिलाओं के द्वारा पुलिस चौकी हिरदेनगर में शिकायत भी दिया गया था। लेकिन शिकायत देने वाली महिलाओं को नहीं मालूम था कि जहां वह लिखित शिकायत दे रही हैं उन्हीं की सहमति से सब अवैध काम हिरदेनगर में चल रहा हैं।
*हिरदेनगर में हाई स्कूल के सामने संचालित है अहाता*
हिरदेनगर हाई स्कूल के सामने पान ठेला और किराने की दुकान में खुलेआम अवैध शराब की बिक्री की जाती है और सट्टा-पट्टी भी लिखे जाते हैं, और उसी के बाजू में अहाता बार बनाकर शराब परोसी जा रही है। समाचार पत्र में खबर लगते ही सारे अवैध काम को कुछ दिनों के लिए बंद करवा दिए जाएंगे। समाचार में खबर लगते ही वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा सम्बंधितों को कार्यवाही के लिए आदेशित किया जाता हैं। आदेश मिलने के बाद सम्बंधितों के द्वारा छुट-पुट कार्यवाही कर अपनी पीठ थप-थपा ली जाती है। इसके बाद अवैध काम पुनः चालू कर दिया जाता है।
*आबकारी विभाग सो रहा हैं गहरी नींद में*
बता दें कि जो काम आबकारी विभाग को करना चाहिए वह काम पुलिस कर रही है। लेकिन हिरदेनगर में पुलिस के संरक्षण में सारे अवैध काम चल रहें है। यह आरोप-प्रत्यारोप हम नहीं लगा रहे हैं, यह आरोप तो हिरदेनगर की जनता लगा रही हैं। जिसके चलते स्थानीय महिलाओं के द्वारा शिकायत और ज्ञापन भी दिए गए। इसकी पूर्व 52 पत्तों का खेल जुआ को लेकर दो गुटों में मारपीट भी हुआ था, और मामला हिरदेनगर पुलिस तक पहुंचा था, लेकिन मामला को पुलिस चौकी में ही रफा-दफा कर दिया गया था। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हुई थी। शिकायतकर्ता महिलाओं को द्वारा यह भी आरोप लगाया गया था कि अवैध काम करने वाले महीने के हिसाब से पुलिस चौकी में पैसे देते हैं, जिसकी एवज में वह खुलेआम अवैध धंधे करते हैं। हिरदेनगर में अवैध धंधे को लेकर लगातार अखबार की सुर्खियां बनी रहती है, लेकिन वरिष्ठ अधिकारी हिरदेनगर पुलिस चौकी मैं पदस्थ जिम्मेदारों के विरुद्ध कोई कार्यवाही ना करना जनमानस में संदेश को पैदा करता है।