रिपोर्टर भुवनेश्वर केवट
मध्यप्रदेश राज्य की प्रसिद्ध गोंड़ी पेंटिंग, जिसकी पहचान देश-विदेश तक है, उसको हाल ही में जीआई टैग मिला है। मंडला जिले में इस कला को संजोए रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पिछले 2 सालों से निरंतर प्रयास किया जा रहा है और इन प्रयासों के फलस्वरूप जिले के बिछिया और नैनपुर ब्लॉक में क्लस्टर स्तर पर कलाकार विभिन्न प्रकार की आकर्षक, मनमोहक कलाकृतियाँ बनाकर मार्केट तक ले जा रहे हैं।
जब मंडला जिले में ये कला लुप्त होने की स्थिति में थी, तब इस कला को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन की पहली पहल रेशम की साड़ी पर गोंड़ी कला को बनवाने से हुई। धीरे-धीरे पैमाना बढ़ाते हुए जिले में लगभग 80-100 कलाकार इस कला में निपुण हैं। डायरी, बुकमार्क, चाबी का छल्ला, बैग, फ्रिज मैगनेट इत्यादि उत्पाद बनाकर विक्रय कर रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में वृद्धि हुई है। इन उत्पादों को इंस्टाग्राम के माध्यम से मार्केटिंग किया जा रहा है और देश के विभिन्न राज्यों से ऑर्डर प्राप्त हो रहे हैं। जिले के गोंड़ी पेंटिंग उत्पादों की बिक्री आईआईएम अहमदाबाद जैसे प्रसिद्ध संस्थान में भी की गई थी, जहां इस कला की काफी प्रशंसा हुई। जिला प्रशासन मंडला द्वारा वर्तमान में भी गोंड़ कला को बढ़ावा देने के लिए कार्यशैली तैयार की जा रही है और जीआई टैग में आर्टिस्ट्स का रजिस्ट्रेशन करवाने की प्रक्रिया भी प्रारंभ की गई है। गोंड़ी पेंटिंग को बढ़ावा देने के लिए जिले के विभिन्न विभाग जैसे- खादी ग्रामोद्योग, रेशम, नाबार्ड एवं जिले में पदस्त एमजीएन फेलो का विशेष योगदान रहा है।
Jansampark Madhya Pradesh
CM Madhya Pradesh
JDjansampark Jabalpur
Jabalpur Commissioner
Department of Culture, Madhya Pradesh