सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम। हाईकोर्ट के 25 आपराधिक एवं सिविल प्रकरणों के शीघ्र निराकरण करने के आदेश के विरोध में अधिवक्ताओं का प्रदर्शन जारी है। गुरूवार को अधिवक्ता न्यायालय परिसर तो पहुंचे लेकिन न्यायालिन कार्य से विरत रहे। अधिवक्ताओं के कार्य न करने से पक्षकार परेशान रहे तो वहीं न्यायालीन कार्य ठप रहा। नर्मदापुरम अधिवक्ता संघ सचिव मनोज जराठे ने बताया कि मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद के आव्हान पर समस्त अधिवक्ता 23 से 25 मार्च तक न्यायालीन कार्य से विरत रहेंगे। उन्होंने बताया कि आज 429 प्रकरणों में सुनवाई नहीं हो सकी है। प्रदर्शन के दौरान संघ अध्यक्ष केके थापक, सहसचिव सुरेन्द्र सिंह राजपूत, ग्रंथपाल श्रीप्रकाश दुबे, कार्यकारणी सदस्य रीतेश विश्वकर्मा, विजेन्द्र सिंह राजपूत, वरिष्ठ अधिवक्ता एसएस पटेल, प्रदीप चौबे, बृजेश शर्मा, केशव दुबे, एचके यादव, राजीव दुबे, अजय तिवारी, नीतेश गौर, संजेश सिंह राजपूत, कल्पेश दुबे, राजेन्द्र सागर, तरूण पांडे, अरविंद खंडेलवाल, प्रमोद रावत राजेश अग्रवाल, आशीष ठाकुर,विरेन्द्र चौहान, संजीव बग्गन, योगेश कुरापा, प्रीतम सिंह ठाकुर, अरविंद सिग्ना, कोमल राणे, संजीव अहिरवार, मनोज चौधरी, पीडी चौरे, सचिन चौहान,माधव हर्णे, चंदन शाह, सुदीप गौर, प्रमोद यादव, अनिल गौर, सौरभ तिवारी व अन्य अधिवक्ता मौजूद।