खनिज विभाग से नवंबर 2020 में अवैध खनन में पकड़ी गई पोकलेन मशीनों पर की गई कार्यवाही की फाइलें गायब होने का मामला गरमाया..!जनसुनवाई में कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश,मचा हड़कंप…
सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम । तवा एवं नर्मदा नदी की सोना बन चुकी रेत को लेकर नर्मदापुरम जिला रेत के अवैध कारोबार को लेकर भी राजनीतिक सुर्खियों में बना रहा है। पिछले चुनावों में भी नर्मदापुरम जिले में रेत माफियाओं पर अंकुश नहीं लगा पाने को लेकर भाजपा और कांग्रेस सरकार दोनों ही आमने-सामने रही हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में रेत के अवैध खनन का मामला राजनीतिक मुद्दा बना था, कांग्रेस सरकार बनने के बाद भी तवा एवं नर्मदा में अवैध खनन माफियाओं पर अंकुश नहीं लगाया जा सका।उसके बाद पुन भाजपा की सरकार बनी परंतु आज भी रेत का अवैध खनन परिवहन जारी है। इन सबके बीच नर्मदापुरम जिले में सितंबर 2019 में रेत का ईटीपी घोटाला प्रदेश स्तर पर छाया रहा, विधानसभा में भी जिसको लेकर हंगामा रहा। उक्त मामले की आंच तत्कालीन कलेक्टर शीलेंद्र सिंह तक भी पहुंची थी। जिसके कारण आज भी नर्मदापुरम का खनिज विभाग सुर्खियों में बना रहता है।
नर्मदापुरम खनिज विभाग में इन दिनों रसूखदारो की अवैध खनन में पकड़ी गई पोकलेन मशीनों के मामले में की गई कार्यवाही की फाइलें गायब होने का मामला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को जनसुनवाई में तक पहुंचने के बाद से हड़कंप मच गया है, कारण यह है कि वह सभी फाइलें विभाग से गायब है? नर्मदापुरम के वरिष्ठ पत्रकार राजीव अग्रवाल ने उक्त मामले को उठाते हुए कलेक्टर की जनसुनवाई में दस्तावेज सौंप कर जॉच सहित कार्यवाही की मांग की है। घटना के अनुसार पोकलेन मशीने 24 नवंबर 2020 को राजस्व और खनिज विभाग की टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए पकड़ी गई थीं और जिन्हें खनिज विभाग द्वारा जप्त कर कृषि उपज मंडी परिसर में खड़ा कराया गया था। उस दौरान तात्कालिक जिला खनिज अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया था कि पकड़ी गई पोकलेन मशीनों के मालिकों के नाम ढूंढे जा रहे हैं जिसके बाद कार्यवाही की जाएगी। जब आरटीआई
के तहत पत्रकार राजीव अग्रवाल द्वारा खनिज विभाग से जानकारी ली गई तो उक्त पकड़ी गई पोकलेन मशीनों पर की गई कार्यवाही से संबंधित फाइलें नदारद पाई गई । वहीं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मामला अत्यंत गंभीर है जांच कराई जाएगी और खनिज विभाग से पूरी जानकारी ली जाएगी। जिला खनिज अधिकारी देवेश मरकाम ने बताया कि उनके विभाग में उक्त फाइले नहीं है , यह मामला उनके कार्यकाल का नहीं है फाइलों को ढूंढवाया जा रहा है। वही खनिज विभाग में रसूखदारो की जप्त की गई पोकलेन मशीनों पर की गई कार्यवाही संबंधी फाइल गायब होने की खबर से बवाल मचा हुआ है कि उक्त फाइलें कहां और कैसे गायब हुई है?