कटनी( 16 मार्च )- कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा जिले में मातृ मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के सतत् प्रयास किये जा रहे है। जिसमें गर्भवती महिलाओं को जिनका प्रसव ब्लॉक स्तर या स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव सहजता से कराये जा सकने के बावजूद अनावश्यक रूप से जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में रेफर किया जाता है। साथ ही निर्धारित चार जांचें भी गर्भवती महिलाओं की नहीं कराये जाने की स्थिति पर असंतोष जताया। सी एम एच ओ को इन मामलों पर गंभीरता से कार्य करने की हिदायत दी।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा है कि गर्भवती महिला के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु तय प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए। लेकिन अभी भी कुछ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा गर्भवती महिला की केवल दो ए एन सी जांच ही की जा रही है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए समीक्षा के दौरान उप स्वास्थ्य केन्द्र धूरी ब्लॉक बहोरीबंद की एएनएम आराधना जंघेला द्वारा मात्र दो ही जांच कराये जाने पर गहन नाराजगी जाहिर करते हुए आराधना एंगेला को कारण बताओ नोटिस जारी करने सी एम एच ओ को निर्देशित किया ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रदीप मुडि़या ने बताया कि समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि गर्भावस्था के दौरान कुछ गर्भवती महिलायें खतरे वाले चिन्हों में चिन्हित की जाती हैं। जिसका चिन्हांकन ए.एन.एम. द्वारा गर्भवती महिलाओं की चार जाँचों के दौरान किया जाता है। जिसमे से एएनएम आराधना जंघेला द्वारा एएनसी के दौरान निर्धारित चार जांचों मे से केवल 2 ही जांचे कराई गई। जिस पर कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुये कारण बताओ नोटिस जारी कर ने निर्देश दिया गया। इसके बाद नोटिस जारी कर दिया गया है और जवाब तलब किया गया है।