सीमा कैथवास की रिपोर्ट
सिवनी मालवा । सहपाठी मिलन कार्यक्रम 1972 73 पास आउट बेच की स्वर्ण जयंती मनाई। आजकल के व्यस्ततम दौर में जहां कुछ वर्षों बाद हम अपने दोस्तों को कभी कबार याद कर पाते हैं लेकिन जब 50 वर्षों बाद एक ही स्थान पर जब सहपाठी आपस में मिले चर्चा करें तो खुशी कई गुना बढ़ जाती है और सहपाठियों की उम्र 65 से 70 के बीच हो ऐसा ही कुछ नर्मदापुरम की सिवनी मालवा तहसील के अंबिका गार्डन में हुआ। जब 1972 73 के सहपाठी का स्वर्ण जयंती मिलन समारोह हुआ। उन्होंने लगभग 50 वर्ष पूर्व हायर सेकेंडरी की परीक्षा स्थानीय हाई स्कूल से पास की थी स्वर्ण जयंती मिलन समारोह का आयोजन किया गया उसमें सभी सहपाठियों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए एवं अपने अपने अनुभव बताएं सभी एक दूसरे से मिलकर काफी खुश नजर आए। कोई सेल टैक्स ऑफिसर से रिटायर हुए तो कोई व्यवसाय में काफी ऊंचा मुकाम हासिल किया है , किसी ने सेना में सर्वोच्च नेतृत्व की सुरक्षा में काम किया, तो कोई खेती किसानी कर रहे हैं। अधिकांश लोगों ने चर्चा में बताया कि उनके बच्चे भी काफी अच्छे पदों पर शासकीय नौकरी या व्यवसाय में है और देश की सेवा कर रहे हैं । दूसरी तरफ अधिकांश लोग स्वस्थ एवं फिट नजर आए। सभी ने सिवनी मालवा से पढ़ाई की थी , सिवनी मालवा के मूल निवासी हैं जो सब नर्मदापुरम भोपाल अयंत्र कहीं जाकर रह रहे हैं। इस कार्यक्रम में सभी सहपाठी के गुरुवर जो अभी सिवनी मालवा में हैं उनको आमंत्रित किया गया उनका सम्मान किया। सभी ने मिलकर संदेश दिया कि सभी फिर इसी तरह के कार्यक्रमों में आपस में मिला करेंगे एवं एक दूसरे से संपर्क में रहेंगे।सहपाठियों को पढ़ाने वाले शिक्षकों का शाल श्रीफल फूल माला से सम्मान किया । समारोह में सभी सहपाठियों ने अपने अपने अनुभव एवं कार्यों पर प्रकाश डाला। सिवनी मालवा के स्थानीय अंबिका मेरिज गार्डन में रविवार के दिन शहर के 1973 से सहपाठी रहे मित्रों ने एक साथ एकत्र होकर स्वर्ण जयंती कार्यक्रम आयोजित किया । इस कार्यक्रम के आयोजन करने से पहले व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सभी सहपाठियों की जानकारी लेकर ग्रुप में जोड़ा गया जो सहपाठी नौकरी पेशा व्यवसाय आदि के लिए शहर से कहीं दूर दूसरे शहरों में चले गए थे। जो सहपाठी नगर में ही रह कर अलग-अलग व्यवसाय नौकरी जैसे अन्य कार्य कर रहे थे। उन सभी लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ कर एक सूत्र में बांधकर बातचीत की गई तो पता चला कि 1973 से 2023 स्वर्ण जयंती काल होने पर कार्यक्रम रविवार 26 फरवरी को स्वर्ण जयंती उत्साह पूर्वक भव्य रूप में मनाई गई। जिसमें सभी सहपाठियों ने अपने शिक्षकों जिन्होंने उनको पढ़ाया था उन शिक्षक प्रेम पाठक , रमेश अग्रवाल , रविशंकर रघुवंशी, आरबी पटेल
का सम्मान साल श्रीफल एवं फूल माला से कर उनका आशीर्वाद लिया। सभी सहपाठियों ने शिक्षा केंद्र से लेकर आज तक के अपने अनुभवों को बताया। इनमें से कोई व्यक्ति सेना के उच्च पद पर रहा कोई व्यक्ति राजनीतिक क्षेत्र में कोई वकील, कोई डॉक्टर कोई किसान कोई व्यापारी है उन सभी ने जो जिस फील्ड में था उसका अनुभव अपने सहपाठियों को बताएं। इस अवसर पर आरएसएस के शिक्षा से जुड़े पदों पर कांतिलाल चतर ने बताया कि हमें स्वस्थ और फिर रहने के लिए सदा हंसते मुस्कुराते बिना टेंशन के रहना चाहिए । जिससे कि हम फिट रह सकते हैं कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हम सभी मिलकर अपने अनुभव के माध्यम से समाज सेवा के क्षेत्र में कुछ दे सकें । कार्यक्रम का संचालन दयाल प्रसाद तमोली ओर प्रदीप अग्रवाल ( गुड्डू सेठ) ने किया । सहपाठियों ने सहभोज किया
कार्यक्रम में प्रमोद तारे, रामबाबू नागेश्वर, विजय अग्रवाल, दिलीप साठे, मुरली अग्रवाल, विमल धमन्दे , कांति चतर, फूल सिंग गौर, दीपक केकरे कांति चतर, फूल सिंग गौर, दीपक केकरे, रमेश राठौर, सतनारायण गोर, अशोक चौरे नासिक, महेंद्र सिंह चौहान, राजेश तिवारी रायसेन, भूपेंद्र शर्मा भोपाल, मनमोहन शर्मा हरदा, डॉक्टर हरिराम पटेल इंदौर, अशोक परदेसी इटारसी, विमल धमंदे इंदौर, प्रणय दिसावर होशंगाबाद आदि उपस्थित रहे।