सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम। श्रीमद् भागवत अष्टोत्तर शत 108 भागवत संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस में ब्रह्मवेदामृत पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी श्री श्री 1008 श्री विश्वेश्वरानन्द गिरि जी महाराज ने कहा कि मनुष्य को बचपन से ही भक्ति करना चाहिए। बचपन की भक्ति का अभ्यास अंतिम अवस्था में कल्याण करता है। भागवत ब्रह्म संहिता है ,भागवत परमहंस संहिता है, मानव जीवन का दर्पण है। मनुष्य को अपने जीवन में आसन को जीतना चाहिए, संगति अच्छी होनी चाहिए उपस्थित श्रोताओं से कहा कि आप अपने जीवन में वृक्ष लगाएं, पर्यावरण की रक्षा अवश्य करें, पर्यावरण की रक्षा हमारा अपना दायित्व है । आप अपने जन्मदिन के दिन एक वृक्ष की रक्षा का संकल्प धारण करें । भागवत के अनेकानेक प्रसंग में भगवान के 24 अवतार सृष्टि का वर्णन किया । कथा में आज विशेष रूप से नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ नरेंद्र पांडे , देवेंद्र पांडे , रत्नेश दुबे , श्रीमती अनीता चौहान , विनीता चौहान, सुनीता चौहान ,भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती माया नारोलिया , वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती नीरजा फौजदार ,श्रीमती आरती शर्मा, वंदना शर्मा श्री श्री प्रकाश शर्मा प्रकाश तिवारी , मधुसूदन गौर , कैलाश विजयवर्गीय , योगेंद्र श्रीवास्तव , गौतम भक्त , आनंद सेनापति , राजीव मिश्रा , पवन अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल , अनिल अग्रवाल , शैलेश सिंह ,रजनी कांत पुरोहित ,व संत नामदेव , विनोद तिवारी , रवि राजपूत सहित सैकड़ों श्रोताओं ने कथा श्रवण कर धर्म लाभ अर्जित किया। आचार्य पंडित अजय दुबे ने बताया कि कल 31 तारीख को कथा के चतुर्थ दिवस में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा।