कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में समय सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में लंबित समय सीमा प्रकरणों की एक-एक कर विभागवार और अधिकारीवार विस्तृत समीक्षा की गई। साथ ही सीएम हेल्पलाइन, सीएम हाउस, जनसुनवाई, समाधान ऑनलाइन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा के साथ ही विभिन्न आयोगों के लंबित प्रकरणों में निराकरण की समीक्षा की गई और आयुष्मान कार्ड की प्रगति, स्कूलों की मॉनिटरिंग, संबल 2.0 योजना में प्रगति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने विगत दिवस मोहखेड़ ब्लॉक के ग्राम लिंगा के शासकीय स्कूल के औचक निरीक्षण के दौरान सामने आई लापरवाही के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की और प्रभारी प्रधान पाठक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही अनुपस्थित 2 शिक्षकों की अनुपस्थिति दिवस का वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य के साथ लापरवाही स्वीकार नहीं की जायेगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ही सभी एसडीएम, तहसीलदार भी अपने क्षेत्र के स्कूलों का औचक निरीक्षण करें और मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित कराएं। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित प्राचार्य, प्रधान पाठक की जिम्मेदारी तय करते हुए एमडीएम चलाने वाले समूह को हटाने की कार्यवाही प्रस्तावित करें। उन्होंने स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बच्चों की उपस्थिति पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती पटले द्वारा एन.एच.ए.आई. के अधिकारी को गत टीएल बैठक में दिए निर्देशों के परिपालन में बताया गया कि छिन्दवाड़ा नगर के आस-पास बनी चारों रोटरियों में विद्युत की स्थाई व्यवस्था कर दी गई है । सत्र 2017-2019 की लंबित फाईनल अंकसूची के संबंध में समीक्षा के दौरान डाईट के प्राचार्य ने बताया कि अध्ययन केन्द्र सांवरी बाजार से परीक्षार्थियों के इंटरनल अंक प्राप्त कर भोपाल भेज दिये गये हैं और केन्द्राध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। कलेक्टर ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेने और लापरवाही बरतने वाले पर की गई आगामी कार्यवाही से अनिवार्य रूप से अवगत कराने के निर्देश दिए। अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय में लंबित समय सीमा प्रकरण के संबंध में बताया गया कि तहसील चौरई के ग्राम पलटवाड़ा स्थित कुल रकबा 4.779 हेक्टेयर भूमि मध्यप्रदेश शासन पर्यटन विभाग के नाम पर खसरे के निर्धारित कॉलम में दर्ज कर प्रकरण का निराकरण कर दिया गया है। कलेक्टर ने पीएचई विभाग के अधिकारियों को नल-जल योजना की गुणवत्ता के संबंध में जांच प्रतिवेदन शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए पाइप्स की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती पटले ने सभी संबंधित सीईओ जनपद पंचायत और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबल योजना के लंबित प्रतिपूर्ति प्रकरण यथाशीघ्र जिला कार्यालय भेजने के निर्देश दिए। समय सीमा के एक प्रकरण में तहसीलदार पांढुर्णा द्वारा अवगत कराया गया कि विगत बैठक में दिए गए निर्देशानुसार तहसील न्यायालय में लंबित प्रकरण में नियमानुसार अतिक्रमणकारियों को आवेदित भूमि से बेदखल किए जाने एवं अर्थदंड अधिरोपित करने के आदेश पारित करने के उपरांत अतिक्रमणकारियों द्वारा स्वयं ही शांतिपूर्ण तरीके से अतिक्रमण हटा लिया गया है। कलेक्टर ने जिला समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र को प्राथमिक शाला अंबाडा के जर्जर भवन को एक सप्ताह के अंदर डिस्मेंटल कराने के निर्देश दिए हैं। जनसुनवाई और सीएम हाउस के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने इन प्रकरणों को गंभीरता से लेने और काफी समय से लंबित पाए गए प्रकरणों का त्वरित गति से निराकरण कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना का लाभ अधिक से अधिक व्यक्तियों को दिलाने हेतु गंभीर प्रयास करने और लक्ष्य के अनुसार पर्याप्त संख्या में प्रकरण तैयार कर बैंकों में प्रेषित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों पर वरिष्ठ कार्यालयों से लगातार फॉलो लेने और लंबित प्रकरणों से कलेक्टर कार्यालय को नियमित रूप से अवगत कराने हेतु निर्देशित किया। साथ ही जननी सुरक्षा योजना व मातृ वंदना योजना के भुगतान के लिए लंबित प्रकरणों में कमी पूर्ति कराते हुए यथाशीघ्र भुगतान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। साथ ही मनरेगा योजना के अंतर्गत लंबित भुगतान भी शीघ्र कराने के लिए निर्देशित किया। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरेन्द्र नारायण, अपर कलेक्टर श्री ओ.पी. सनोडिया, सहायक कलेक्टर सुश्री वैशाली जैन, एसडीएम श्री अतुल सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री अजीत तिर्की, आयुक्त नगरपालिक निगम श्री राहुल सिंह व उप संचालक कृषि श्री जितेंद्र कुमार सिंह सहित सभी विभागों के प्रमुख व मुख्यालय के संबंधित अधिकारी कलेक्ट्रेट सभाकक्ष से, जबकि अन्य सभी एसडीएम व खंड स्तरीय अधिकारी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक में उपस्थित थे