सिहोरा से रिजवान मंसूरी की रिपोर्ट
सिहोरा/ कुम्ही सतधारा
तहसील सिहोरा के कुम्ही सतधारा मै जिला स्तर के सतधारा मेला 14 जनवरी से शुरुआत हो चुकी है। क्षेत्रीय विधायक नंदनी मरावी, जिला कलेक्टर, एसडीएम सिहोरा व बड़े अधिकारियों के द्वारा मेला व्यवस्था कि कोई ठोस जांच व निरीक्षण नहीं किया गया। जिस कारण की पीएचई विभाग के बड़े अधिकारियों की तानाशाही के चलते पीएचई विभाग के द्वारा अब तक मेला व्यवस्था के दौरान पानी की व्यवस्था नहीं हो पाई है। हालांकि बहादुरी दिखाते हुए जनपद अध्यक्ष सिहोरा रश्मि अग्निहोत्री के निर्देशानुसार सीईओ सिहोरा आशा पाटले आनन-फानन ग्राम पंचायत सरपंचों के सहयोग से करीब 12 पानी टैंकरों की प्राथमिक व्यवस्था कुछ समय के लिए की जा चुकी है। लेकिन ज्यादा समय के लिए ग्राम पंचायत के पानी टैंकरों को मेला परिसर में नहीं रोका जा सकता क्योंकि मेले के आसपास ग्राम पंचायतों के प्रत्येक घर में मेहमानों की संख्या बहुत बढ़ जाती है। तब पानी की पूर्ति करने के लिए पंचायत इन टैंकरों का प्रत्येक घरों के पानी पूर्ति के लिए भरपूर उपयोग करती है। क्षेत्रीय सरपंचों का कहना है की ऐतिहासिक मेला में प्रतिदिन लाखों लोग हिरन मां के दर्शन और भगवान की पूजा कर मेला भ्रमण करने का आनंद उठाते हैं। पूर्व में लोकल बोर्ड के द्वारा मेला व्यवस्था किया जाता था। वर्तमान में जिला प्रशासन के द्वारा मेला की व्यवस्था व देखरेख किया जाता है। परन्तु शासन-प्रशासन मेले को लेकर पूरी तैयारी नहीं किया है। प्रसाशन हाथ पर हाथ धरे बैठे तमाशा देख रही है। जबकी पानी व्यवस्था की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है जो अपने कार्य निर्वाहन से स्पष्ट दूर भागती नजर आ रही है। इसीलिए क्षेत्रवासियों ने क्षेत्रीय विधायक नंदनी मरावी, जिला कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, और अनुविभागीय अधिकारी सिहोरा को तुरंत जांच करते हुए पीएचई विभाग पर कार्यवाही कर मेले में पानी व्यवस्था की मांग किया है।