कटनी (16 जनवरी ) – देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक बार फिर मोटे अनाज को बढ़ावा देने का आह्वान किया है। संसदीय दल की बैठक में भी प्रधानमंत्री जी ने सभी सांसदों को मोटा अनाज खाने की सलाह दी है उन्होंने कहा है कि जी.20 की बैठकों में मोटे अनाज के व्यंजन ही परोसे जाएंगे इसके पहले प्रधानमंत्री जी ने मन की बात में भी मोटे अनाजों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए जन आंदोलन चलाने की बात कही जा चुकी है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्र सरकार ने वर्ष 2018 को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया था। अब भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय
मिलेट वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की है। जिसका मुख्य उद्देश्य मोटे अनाजों जैसे ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी आदि के उत्पादन और उसके उपयोग को बढ़ावा देना है। वर्तमान में इन अनाजों का उत्पादन बहुत सीमित क्षेत्र में किया जा रहा है। किसान भी इन फसलों के उत्पादन में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं। ऐसे में इन अनाजों की ओर किसानों और जन सामान्य का ध्यान आकर्षित किए जाने की आवश्यकता है
मध्यप्रदेश शासन द्वारा भी इसी उद्देश्य से मिलेट मिशन प्रोजेक्ट प्रारंभ किया गया है और वर्ष 2023 में मध्य प्रदेश के अंदर मिलेट्स के अंतर्गत आने वाली फसलों एवं किसानों को पुनर्स्थापित कर उनके उपयोग को बढ़ावा देने की गतिविधियां आयोजित की जा रही है।
माननीय प्रधानमंत्री जी एवं मध्यप्रदेश शासन की इस महत्वपूर्ण योजना को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर अवि प्रसाद ने एक अभिनव पहल की है उन्होंने ऐसे स्थानीय कृषकों से संपर्क किया जो मिलेट उत्पादन में रुचि रखते हैं। इसी क्रम में कटनी जिले की मानव जीवन विकास समिति बिजोरी के कृषक निर्भय सिंह ने मोटे अनाजों के उत्पादन एवं उनके उत्पाद से बनने वाले पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन करते हुए सोमवार को जिला स्तरीय समय- सीमा की बैठक में बाजरे के लड्डू और ज्वार की रोटियों को कलेक्टर श्री प्रसाद समेत समस्त अधिकारियों को भेंट कर उनके उत्पादन एवं उपयोग की विस्तृत जानकारी दी। आगे भी अभियान चलाकर मोटे आनाज के प्रति किसानों और नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से आज मानव सेवा विकास समिति द्वारा बनाये गए क़ृषि कैलेंडर का विमोचन भी कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा सभागार में किया गया