कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा जिले के स्कूलों के छात्रों में पढनें के प्रति रूचि पैदा करने के उद्देश्य से स्कूलों में पुस्तकालय खोलने की अभिनव पहल की गई है। इसके तहत जिले के बालिका छात्रावासों में कक्षा 6वीं से 8वीं तक की बालिकाओं के लिए पुस्तकालय खोलने का नवाचार किया जा रहा है ताकि बालिकाएं खाली समय का उपयोग पढनें में कर सकें।
इसी क्रम में विगत दिनों शासकीय बालक माध्यमिक शाला रीठी के पुस्तकालय के शुभारंभ अवसर पर पहुंचे कलेक्टर अवि प्रसाद ने शिक्षकों की मांग पर स्कूल के छात्र- छात्राओं के ई-लर्निंग हेतु स्मार्ट टीवी प्रदान किया। भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की कटनी शाखा के सौजन्य से प्राप्त स्मार्ट टीवी सोमवार को कलेक्टोरेट में रीठी माध्यमिक शाला के छात्रों दिया प्रधान, साहिल यादव, अतुल बर्मन, सोहन यादव और जगदीश चौधरी सहित शाला प्रबंधन और शिक्षकों को प्रदान किया गया। कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश पर डाइट कटनी द्वारा पुस्तकालय में छात्रों के लिए ज्ञान वर्धक पुस्तकें दी गई।
कलेक्टर अवि प्रसाद ने स्कूल में इंटरनेट कनेक्शन आदि के लिए रेडक्रास समिति के माध्यम से 10 हजार रूपये का चैक भी प्रदान किया है।
इस दौरान बैंक के प्रतिनिधि एवं डाईट स्कूल के अधिकारियों की उपस्थिति रही।
विदित हो कि कलेक्टर अवि प्रसाद की मौजूदगी में विगत 5 दिसंबर को प्राथमिक शाला रीठी पंचायत क्षेत्र के पुस्तकालय का शुभारंभ छात्र सचिन ने किया था। इस दौरान कलेक्टर श्री प्रसाद ने पुस्तकालय में बच्चों के साथ बैठकर छात्रा दीया प्रधान की जुबानी
“मट्टू हाथी” और “चंदू चूहा “की कहानी सुनी थी। इस दौरान कलेक्टर श्री प्रसाद ने बच्चो से लाइब्रेरी से संबंधित अन्य जरूरतों को बताने को कहा, जिस पर छात्राओं द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध होने की जानकारी दी गई। स्कूल के शिक्षकों द्वारा शाला में ई -लर्निंग क्लास हेतु कलेक्टर श्री प्रसाद से स्मार्ट टी.व्ही की मांग किये जाने पर कलेक्टर नें शीध्र ही स्मार्ट टी.व्ही की व्यवस्था करानें का वादा किया था। कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा सोमवार को अपना वादा निभाते हुए स्कूल के बच्चों को स्मार्ट टी.व्ही के साथ मनोरंजक कहानियों की पुस्तकें के साथ ही 10 हजार रूपये का चैक प्रदान किया गया।
*…… और खुशी से उछल पड़े छात्र*
कलेक्टर श्री प्रसाद से स्मार्ट टीवी और पुस्तकों की भेंट पाकर प्रफुल्लित छात्रों ने कलेक्टर को धन्यवाद दिया। साथ ही कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा और कोई जरूरत पूछने पर छात्रों ने दुःखी मन से बताया कि -वालीवाल फूट गई……इस पर कलेक्टर श्री प्रसाद ने….. हंसते हुए कहा कि… चलिए आप लोगों को नई वालीबाल मिलेगी। इतना सुनते ही सभी छात्र खुशी के मारे चहकने लगे । उस समय छात्रों के चेहरे पर प्रसन्नता का कुछ ऐसा भाव था कि -मानो उन्हें वालीबाल नहीं, कलेक्टर से.…..जमाने भर की खुशियां मिल गई हैं । छात्रों की इस प्रतिक्रिया पर वहां मौजूद सभी को अपना बचपन याद आ गया….जब अपनी छोटी सी चाहत पूरी होने पर सबको कितनी बड़ी खुशी होती थी। मानो…. दुनिया भर की खुशियां…. बांहों में समाई हो..।