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कटनी। कलेक्टर अवि प्रसाद ने नगर निगम कटनी के बीडी अग्रवाल वार्ड स्थित आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 85 में भोजन उपरांत बच्चों के जी मिचलाने और दस्त के मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए। जिसके बाद परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वहींआंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका का माह नवंबर का 15 दिनों का मानदेय कटौती करने और भोजन प्रदाता समूह का नवंबर माह का देयक शून्य करने के आदेश जारी किए गए हैं।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने बीते मंगलवार 29 नवंबर को बी डी अग्रवाल वार्ड आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 85में भोजन के बाद 9 बच्चों के अस्वस्थ होने के मामले की जानकारी सोशल मीडिया से लगते ही मामले को गंभीरता से लेते हुए संज्ञान में लेकर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास नयन सिंह को गहन जांच और कार्यवाही के निर्देश दिए थे। जांच के बाद डीपीओ श्री सिंह ने संबंधितों के विरुद्ध कार्यवाही संबंधी आदेश जारी किया है।
भुगतान शून्य
आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 85 में पिछले 1 वर्ष से काली स्व -सहायता समूह द्वारा भोजन की आपूर्ति की जा रही है। समूह द्वारा मंगलवार 29 नवंबर को बच्चों को खाने में खीर, पूड़ी ,सब्जी खाने को दी गई, जिसके बाद 9 बच्चों में जी मिचलाना और दस्त की शिकायत पाई गई थी। जिससे स्पष्ट होता है कि भोजन की गुणवत्ता ठीक नहीं थी। इसलिए जिला कार्यक्रम अधिकारी ने स्व-सहायता समूह के माह नवंबर 2022 के देयक को शून्य करने का आदेश जारी कर दिया है ।साथ ही भोजन व नाश्ता के गुणवत्ता में सुधार कर जिम्मेदारी के साथ गुणवत्तापूर्ण एवं साफ सुथरा भोजन देने के निर्देश दिए। अन्यथा समूह का भोजन- नाश्ते का अनुबंध समाप्त कर दिया जाएगा।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका की मानदेय की कटौती
नाश्ता एवं भोजन वितरण के पूर्व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रमा खरे द्वारा बच्चों को चखकर गुणवत्ता परीक्षण किए बिना भोजन देने और पीने के लिए पानी वाटर फिल्टर की जगह नल का देने सहित बच्चों की अस्वस्थता की जानकारी वरिष्ठ कार्यालय को नहीं देने के आरोप में 15 दिन के मानदेय की कटौती की गई है। इसी प्रकार आंगनबाड़ी सहायिका बबीता विश्वकर्मा की भी इन्हीं लापरवाहियों के लिए 15 दिन का मानदेय काटने के निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही पुनः इस प्रकार की स्थिति निर्मित होने पर सेवा से पृथक करने की चेतावनी भी दी गई है।
परियोजना अधिकारी व पर्यवेक्षक को नोटिस जारी
आंगनबाड़ी केंद्रों का निरंतर निरीक्षण नहीं करने और बच्चों की भोजन के बाद अस्वस्थ होने की स्थिति की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से जिला कार्यक्रम अधिकारी को पता चली,जबकि यह जानकारी विभागीय तौर पर मिलनी चाहिए थी ।इसी स्थिति को डीपीओ श्री सिंह ने गंभीर लापरवाही मानते हुए परियोजना अधिकारी मीना बड़कुल और सेक्टर पर्यवेक्षक निधि पटेल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि, इस लापरवाह पूर्ण कृत्य के लिए क्यों न असंचयी प्रभाव से आपकी एक वेतन वृद्धि रोक दी जाए।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में परोसे जाने वाले नाश्ता व भोजन की गुणवत्ता परखने के बाद ही बच्चों को वितरण सुनिश्चित करने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है।