प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप छात्राओं को शिक्षा के साथ व्यवसायिक शिक्षा के अंतर्गत आत्मनिर्भर स्वावलंबी एवं स्वरोजगार स्थापित करने के लिए शासकीय कन्या महाविद्यालय की वनस्पति विज्ञान जंतु विज्ञान माइक्रोबायोलॉजी तथा बायोटेक की तीन सौ छात्राओं को प्राचार्य डॉ आर के गुप्ता के मार्गदर्शन में श्यामश्री गौ रक्षण संस्था एवं जैविक कृषि फार्म तेवरी का भ्रमण कराया गया।
जहां जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे ने भूमि मानव स्वास्थ्य तथा पर्यावरण को हो रहे नुकसान रासायनिक खाद तथा कीटनाशक से हानि एवं जैविक खेती के फायदे की जानकारी दी गई।
केंचुआ खाद बनाने की सामान्य तथा चार गड्ढा विधि गौशाला गोबर गौ मूत्र का जैविक खेती में उपयोग।प्रकाश खाद एवं ईंधन के लिए बायोगैस संयंत्र तथा इसकी कार्यप्रणाली का अवलोकन कराया गया।कृषक पवन पांडेय एवं अनिल मिश्रा ने जैविक खेती से उत्पादित फसलों सब्जियों तथा फलदार पौधे की जानकारी तथा अवलोकन कराया।
छात्राएं इन तकनीकों को सीखकर स्वयं खेती तथा ग्राम में किसानों को जैविक खेती करने के लिये प्रेरित करें।ताकि ग्राम में उपलब्ध संसाधनों से जैविक खाद बनाकर फसलों में उपयोग करें।रासायनिक खाद एवं कीटनाशक से मुक्ति तथा बाजार पर निर्भरता कम हो।
भ्रमण के समय प्राध्यापक डॉ रीना मिश्रा सुमन अहिरवार भारती चौदहा एवं रामेश्वर सिंह उपस्थित रहे।