विदिशा जिला ब्यूरो मुकेश चतुर्वेदी
राष्ट्रीय कवि संगम मध्य भारत प्रांत के तत्त्वावधान में गत दिवस दस्तक नई पीढ़ी की कार्यक्रम महाराणा प्रताप कॉलेज विदिशा में राष्ट्रीय कवि संगम मध्यभारत प्रान्त के राष्ट्रीय मंत्री कवि सुमित ओरछा जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
इस आयोजन का उद्देश्य नई एवं युवा पीढ़ी के कवियों को प्रोत्साहित कर उन्हें एक सार्थक मंच प्रदान करना तथा राष्ट्र निर्माण में उनकी नवोदित कवियों की भूमिका सुनिश्चित कर उन्हें अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान करना है ताकि वे राष्ट्र जागरण में अपने कवि धर्म का बखूबी पालन कर सकें। दस्तक काव्यपाठ प्रतियोगिता आयोजन में उपस्थित नवोदित कवि कवयित्रियों द्वारा काव्यपाठ किया गया । एक से बढ़कर एक कविताओं के स्वरों से पूरा सदन तालियों से गूंज उठा। गंजबासौदा की नवोदित कवयित्री दीपाली शर्मा का प्रतियोगिता में चयन उत्कृष्ट रचनाकार के सम्मान से सम्मानित कर अन्य प्रदेशों में मंचीय काव्यपाठ के लिए प्रस्तावित किया गया। इसके पश्चात् वरिष्ठ कवियों द्वारा भी काव्यपाठ किया गया । विभिन्न रसों एवं विविध विधाओं में कवियों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से सभागार गुंजायमान हो उठा।
आयोजन के दौरान राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई विदिशा के उपाध्यक्ष हास्य व्यंग्य कवि संजय श्रीवास्तव ‘प्रज्ञा’ के काव्य संग्रह “प्रज्ञा दीप” का विमोचन मंचासीन अतिथिगणों द्वारा किया गया।
राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा आयोजित इस आयोजन में मध्य भारत प्रांत के अध्यक्ष कवि आशीष दुबे अग्निदूत, उपाध्यक्ष कवि नीलेश चतुर्वेदी धांसू, महामंत्री कवि दिनेश याज्ञनिक, उपाध्यक्ष प्रेम नारायण साहू , जिला इकाई विदिशा अध्यक्ष कवि ध्रुव शर्मा बैचेन, उपाध्यक्ष कवि संजय श्रीवास्तव ‘ प्रज्ञा’ , कवि उदय ढ़ोली, कवि सत्येन्द्र सिंह सत्यज, कवि सुमित सिंह, कवि शुभम रघुवंशी, कवि कमलेश बंसल , कवि धरम सिंह मालवीय, कवयित्री दीपाली शर्मा, प्रगति यादव, अंशिका बुंदेला, साक्षी साहू, कवि सक्षम जैन, कवि पीयूष योगी , कवि शुभम् दुबे सहित बड़ी संख्या में कवि, साहित्यकार एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय कवि संगम मध्यभारत प्रान्त के राष्ट्रीय मंत्री कवि सुमित ओरछा जी के ओजस्वी उद्बोधन ने नवोदित कवियों को एक नई दिशा प्रदान करते हुए अपने लेखन को परिष्कृत कर राष्ट्र धर्म के प्रति संकल्पित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन कवि आशीष दुबे अग्निदूत एवं कवि सत्येन्द्र सिंह सत्यज द्वारा किया गया।
समस्त कवि कवयित्रियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान सम्मानित किया गया तथा सभी की उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाओं के साथ ही आयोजन का समापन किया गया