प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/विश्व हिंदू परिषद के अंतर्गत दुर्गावाहिनी हिंदू युवतियों को एक आयाम है, जो सेवा, सुरक्षा और संस्कार के आदर्श वाक्य के साथ हिंदू समाज में पुनर्जागरण लाकर राष्ट्र धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इसी प्रकार मातृशक्ति भी दुर्गावाहिनी के साथ वरिष्ठ महिलाओं का आयाम है। दोनों आयाम विश्व हिंदू परिषद में संयुक्त रूप से समाज में नारीशक्ति को मानसिक शारीरिक रूप से सशक्त बनाने के साथ आत्मरक्षा व स्त्री सम्मान जैसे मुद्दों पर कार्य कार्यरत हैं। इस वर्ष शारदीय नवरात्रि शक्ति के पर्व के उपलक्ष्य में शहर में श्री शक्ति जागरण हेतु शस्त्र पूजन के साथ शौर्य यात्रा निकाली गई। एस एनजी स्कूल के प्रांगण में सभी दुर्गा वाहिनी ने एकत्र होकर हनुमान चालीसा का पाठ किया और बाद में शस्त्र पूजन की गई। इसके बाद शहर के विभिन्न मार्गो से होकर शौर्य यात्रा निकाली गई। जब शौर्य यात्रा निकाली जा रही थी उस दौरान बारिश चालू हो गई थी लेकिन मातृशक्ति को यह बारिश भी अपनी यात्रा निकालने से नहीं रोक पाई। शौर्य यात्रा एकत्रीकरण एवं शस्त्र पूजन के लिए युवतियों के लिए गणवेश सफेद सलवार कुर्ता व केसरिया दुपट्टा, महिलाओं के लिए केसरिया या पीली साड़ी पहनना था जो पहले से निर्धारित था। शौर्य यात्रा में मातृशक्ति जब निकली तो जय श्री राम के जयघोष से आकाश गूंज उठा। शौर्य यात्रा में खास बात तो यह रही कि यात्रा के अंत में चल रही वाहन को भी मातृशक्ति ही चला रही थी।