राजस्व विभाग के पोर्टल पर 18 मई तक 3422 तालाब दर्ज थे, जो 6 जून को घटकर 3376 रह गए। इससे पहले 325 तालाब रिकॉर्ड से गायब हो चुके हैं।
आगरा जिले में एक तरफ अमृत सरोवर के लिए तालाबों की तलाश हो रही है, दूसरी तरफ राजस्व विभाग के पोर्टल पर तालाबों का ब्योरा फीड करने में फर्जीवाड़ा सामने आया है। पहले 17 महीने में 325 तालाब गायब हुए थे। अब पिछले 19 दिनों में 46 तालाब और कम हो गए। राजस्व विभाग के पोर्टल पर 18 मई तक 3422 तालाबों का ब्योरा दर्ज था, जो 6 जून को घटकर 3376 रह गया है। एडीएम प्रशासन ने फीडिंग में गड़बड़ी बताते हुए इसकी जांच के लिए सभी एसडीएम की बैठक बुलाई है।
जिले में 70 साल पुराने स्वरूप में तालाबों को पुनर्जीवित करने के आदेश इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने शासन को दिए हैं। राजस्व परिषद अध्यक्ष ने इसके लिए सभी तहसीलों से तालाबों की संख्या, क्षेत्रफल सहित 16 बिंदुओं पर ब्योरा राजस्व विभाग के पोर्टल पर दर्ज कराने के आदेश किए हैं। ब्योरा फीडिंग के दौरान राजस्व विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है।
पिछले 19 दिन में हुई फीडिंग में 46 तालाब गायब हो गए। इनमें सबसे ज्यादा 35 तालाब किरावली में कम हुए हैं। अमर उजाला के पास मौजूद राजस्व पोर्टल की 18 मई की रिपोर्ट के मुताबिक जिले की छह तहसीलों में कुल 3422 तालाब थे। छह जून तक की रिपोर्ट में इनकी संख्या घटकर 3376 रह गई। इस तरह 19 दिनों में 46 तालाब रिकॉर्ड से गायब हुए हैं।