भोपाल// मतदाता कल्याण संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राज प्रकाश मिश्र ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि उनका संगठन मप्र में मतदाता जागरूकता एवं जन कल्याण के लिए अपने स्थापना वर्ष 2012 से ही संघर्षरत है। उन्होंने बताया कि आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर उनके संगठन की जिला इकाईयों द्वारा पूरे प्रदेश भर में मतदाता जागरूकता कर्यक्रम किए जा रहे हैं। उन्होंने अपने संगठन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से उद्बोधन में कहा कि यह दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए अहम है। इस दिन भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र के प्रत्येक चुनाव में भागीदारी की शपथ लेनी चाहिए, क्योंकि भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देश के भावी भविष्य की नींव रखता है। इसलिए हर एक व्यक्ति का वोट राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनता है।
उन्होंने कहा कि देश में जितने भी चुनाव होते हैं, उनको निष्पक्षता से संपन्न कराने की जिम्मेदारी ‘भारत निर्वाचन आयोग’ की होती है। ‘भारत निर्वाचन आयोग’ का गठन भारतीय संविधान के लागू होने से 1 दिन पहले 25 जनवरी 1950 को हुआ था, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतांत्रिक देश बनने वाला था और भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग का गठन जरूरी था इसलिए 25 जनवरी 1950 को ‘भारत निर्वाचन आयोग’ गठन हुआ। भारत सरकार ने वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस ’25 जनवरी’ को ही ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की थी।
श्री मिश्र ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस का हर वर्ष आयोजन भारत के सभी नागरिकों को अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्य की याद दिलाता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन लोगों को यह भी बताता है कि हर व्यक्ति के लिए मतदान करना जरूरी है। भारत के प्रत्येक नागरिक का मतदान प्रक्रिया में भागीदार बनना जरूरी है, क्योंकि आम आदमी का एक वोट ही सरकारें बदल देता है। हम सबका एक वोट ही पलभर में एक अच्छा प्रतिनिधि भी चुन सकता है और एक बेकार प्रतिनिधि भी चुन सकता है इसलिए भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने मत का प्रयोग सोच-समझकर ऐसी सरकारें या प्रतिनिधि चुनने के लिए करना चाहिए, जो कि देश को विकास और तरक्की के पथ पर ले जा सकें।
उन्होंने युवाओं का आह्वाहन करते हुए कहा कि भारत देश की 65 प्रतिशत आबादी युवाओं की है इसलिए देश के प्रत्येक चुनाव में युवाओं को ज्यादा से ज्यादा भागीदारी करनी चाहिए और ऐसी सरकारें चुननी चाहिए, जो कि सांप्रदायिकता और जातिवाद से ऊपर उठकर देश के विकास के बारे में सोचें। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार, सुरक्षा, न्याय और समानता जिनका मूल उद्देश्य हो। जिस दिन देश का युवा जाग जाएगा, उस दिन देश से जातिवाद, ऊंच-नीच, सांप्रदायिक भेदभाव खत्म हो जाएगा।
उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज भी लोग सांप्रदायिक, जातिवाद और भाषायी आधार पर वोट देते हैं। इससे अनेक अपराधी प्रवृत्ति के लोग भी देश की संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधि चुनकर चले जाते हैं। भारत के प्रत्येक नागरिक को सांप्रदायिक और जातीय आधार से ऊपर उठकर एक साफ-सुथरी छवि के व्यक्ति के लिए अपने मत का प्रयोग करना चाहिए।
‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ का उद्देश्य लोगों की मतदान में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ-साथ मतदाताओं को एक अच्छा साफ-सुथरी छवि का प्रतिनिधि चुनने हेतु मतदान के लिए जागरूक करना है। हमारे लोकतंत्र को विश्व में इतना मजबूत बनाने के लिए मतदाताओं के साथ-साथ भारत देश के निर्वाचन आयोग का भी अहम् योगदान है। ईवीएम को लेकर कटाक्ष करते हुए श्री मिश्र ने निर्वाचन आयोग से इस अवसर पर अपील भी किया कि जब इस पर सवाल उठने लगे हैं, आम जनमानस इसे शंका की निगाह से देख रहा है तो फिर भी ईवीएम से वोटिंग करवाया जाना उचित नहीं है। इस पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि ईवीएम पर उठते सवालों की अनदेखी के परिणाम लोकतंत्र के लिए घातक साबित ना हों !
आज ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के दिन देश के प्रत्येक मतदाता को अपनी सक्रिय भागीदारी के माध्यम से लोकतंत्र को मजबूत करने का संकल्प लेना चाहिए।
मीडिया सेल,
*मतदाता कल्याण संगठन*