मेघालय के शिलांग में हुई हाइप्रोफाइल राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपित उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी रविवार की रात एक बजे से लेकर सोमवार की रात 11.30 बजे तक जिले में रही, लेकिन अपनी जुबान नहीं खोली।
यहां तक की वन स्टाप सेंटर में 14 घंटा रेस्ट करने के बाद उसकी स्थिति बदहवास जैसी थी। मेघालय पुलिस ने वन स्टाप सेंटर में जब उससे पूछा कि तुम गाजीपुर कैसे पहुंची तो बोली, नहीं मालूम। 17 दिनों कहां और किसके साथ थी, इसका भी जवाब भी नहीं मालूम। गाजीपुर अकेले आई थी या कोई और था, नहीं मालूम। इसके बाद मेघालय पुलिस ने पूछा कि आप राज को जानती हो तो उसने जवाब दिया कि हां।
इसके बाद मेघालय पुलिस स्थानीय पुलिस के साथ मेडिकल के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज के अस्पताल ले गई। करीब 25 मिनट तक मेघालय पुलिस ने पूछताछ की। सोमवार की रात 11.30 बजे ट्रांजिट रिमांड पर लेने के बाद मेघालय पुलिस बिहार होते हुए पटना पहुंची, जहां से हवाई जहाज से गुवाहाटी से शिलांग पहुंची।
मेघालय पुलिस की टीम करीब साढ़े छह बजे वन स्टाप सेंटर पहुंची। इनके साथ सीओ सिटी सहित भारी फोर्स रही। मेघालय पुलिस के साथ ही सोनम का भाई गोविंद भी पहुंचा। उसने भी अपने बहन से बात करने की कोशिश की, लेकिन वह अपने भाई से भी सही से बात नहीं कर पा रही थी। मेघालय पुलिस कुछ कागजी कार्रवाई की, इसके बाद सोनम को लेकर एक अलग कमरे में गई और कई सवाल किए, लेकिन सोनम ने सब सवालों का जवाब ना में दिया। सिर्फ राज को जानती सवाल पर उसने हां कहा।
तीन डॉक्टरों के पैनलों ने किया मेडिकल….
सोनम रघुवंशी का मेडिकल राजकीय मेडिकल कालेज के जिला अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड के बगल में बने आइसीयू कक्ष में हुआ। तीन डाक्टरों की पैनल ने मेडिकल किया। इसमें जिला अस्पताल के डा. रविंद्र, जिला महिला अस्पताल की डा. श्रुति मिश्रा और डा. ब्यूटी गुप्ता रहीं। सोनम की प्रेगनेंसी जांच भी हुई, जिसका रिपोर्ट निगेटिव आया। करीब आधा घंटा उसका मेडिकल हुआ, इसके बाद टीम उसे लेकर कोर्ट पहुंची।
पूरे दिन वन स्टाप सेंटर में सोती रही सोनम
सोनम रघुवंशी को सोमवार की सुबह वन स्टाप सेंटर लाया गया। उसको अलग कमरे में रखा गया, जिसमें कोई नहीं था। सोनम वहां जाते ही सो गई। कुछ खा-पी नहीं रही थी। इस पर उसके कमरे में नाश्ता रख दिया गया। दोपहर में उसने नाश्ता किया और फिर सो गई। पूरे दिन सोनम सोती रही। 14 घंटे तक पूरी तरह से रेस्ट करने के बाद भी उसकी बदहवास जैसी ही स्थिति थी।