वर्तमान मौसम में शहर में बढ़ते मच्छरों के प्रकोप से डेंगू मलेरिया एवं मच्छर जनित अन्य संक्रामक बीमारियो का खतरा बढ़ रहा है जिससे अस्पताल मैं मरीजो की संख्या बढ़ रही है।
मच्छरों ने इन दिनों लोगों को परेशान कर रखा है. अब इनकी संख्या में इतनी बढ़ गई है कि घर के अंदर बैठना तक लोगों का दूभर हो रहा है. शाम होते ही करेंट की तरह मच्छर डंक मारने लगते हैं.। जिसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होती है. लेकिन मच्छरों के बढ़ रहे प्रकोप को लेकर स्वास्थ विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है. कि स्वास्थ्य विभाग की टीम रीठी व ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों के डंक से बचाने के लिए न तो फॉगिंग मशीन का उपयोग कर रही है और न ही उनका विनिष्टीकरण किया जा रहा है.बस्तियां हर कोई मच्छरों के प्रकोप से परेशान है. इतना ही नहीं बल्कि अस्पतालों में भी मच्छर मरीजों को परेशान कर रहे हैं.। जबकि स्वस्थ विभाग द्वारा मच्छरों से बचने के लिए उपाय और उनका विनाष्टीकरण करने के लिए कीटनाशक दावोंओ का छिड़काव भी किया जाता है ।
लेकिन स्वास्थ्य विभाग रीठी द्वारा आज तक मच्छरों की रोकथाम हेतु कागजी खानापूर्ति के अलावा कोई भी जमीनी स्तर पर कार्य नहीं किया गया । जबकि विभाग में शासन की ओर से सामग्री एवं राशि भी जारी की जाती है ।
इनका कहना है
विभाग में ना तो कीटनाशक दवा है और ना ही फॉकिंग मशीन है इसलिए क्षेत्र में छिड़काव नहीं किया जा सकता।
मलेरिया इंस्पेक्टर रीठी
मदनलाल अहिरवार