MPNEWSCAST मनीष गौतम
उमरिया बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व फिर एक बार सुर्खियों में आ गया है इस बार सफारी के दौरान नियमों को ताक में रखना और कार्यवाही न होने पर चर्चाओं में है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तीन कोर और दो बफर क्षेत्र में सफारी होती है। टाइगर रिजर्व के कोर और बफर दोनों ही क्षेत्र में सफारी के दौरान वन्य प्राणी बाघ के दीदार होते हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में रविवार को सफारी के दौरान नियमों का उल्लंघन करते हुए पर्यटकों को सफारी कराते हुए जिप्सी दिखाई दी। मामला बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा पचपेड़ी गेट का है। यहां पर एक जिप्सी जंगल में रूट से अलग होकर सफारी करने के साथ पर्यटकों को जंगल में उतार कर घूमते हुए
दिखाई दी। नियमों को ताक में रखने वाली जिप्सी में ना तो रोस्टर नंबर और ना ही रजिस्ट्रेशन नंबर था इतना ही नहीं जिप्सी पचपेड़ी गेट से प्रवेश भी नहीं की थी गेट में बिना नंबर वाली जिप्सी की कोई एंट्री नहीं थी टाइगर रिजर्व में सफारी में गए पर्यटनों ने नियमों को ताक में रखने वाली जिप्सी का वीडियो बनाया।
–बिरुहली के रास्ते से प्रवेश हुई जिप्सी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सूत्रों ने बताया कि जिप्सी पचपेड़ी गेट से अंदर नहीं गई टाइगर रिजर्व के पचपेड़ी गेट का एक रास्ता बिरुहली की तरफ से भी खुला हुआ है। जिसे टाइगर रिजर्व प्रबंधन अवैध रास्ता मानता है। जिप्सी वहां से प्रवेश की होगी।
–पनपथा बफर क्षेत्र के गश्ती दल ने नहीं की कोई कार्रवाई
सफारी के दौरान देखा गया कि पनपथा बफर क्षेत्र की गश्त वाहन भी क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर रहा था। लेकिन बिना नंबर की जिप्सी और बिना रोस्टर नंबर के जिप्सी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इतना ही नहीं मौके पर पूछताछ भी नहीं की गई।
–पर्यटकों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के जंगलों में बाघ और जंगली हाथियों की मूवमेंट हमेशा बनी रहती है जिसको लेकर टाइगर रिजर्व प्रबंधन लगातार सतर्क और सुरक्षा मैं जुटा रहता है लेकिन बिना नंबर और रोस्टर नंबर की जिप्सी से पर्यटकों को नीचे उतर कर घूमना पर्यटकों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भी किया गया है
–इनका कहना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने बताया कि जिप्सी की जानकारी मिली है। जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के बाद कार्यवाही की जाएगी