MPNEWSCAST मनीष गौतम
कटनी के आजाद चौक स्थित मरही माता मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस पवित्र कथा का वाचन प्रख्यात कथावाचक पंडित राम हर्ष महाराज जी द्वारा किया जा रहा है, जिनकी वाणी में भक्ति और ज्ञान का अनूठा संगम देखने को मिलता है। आज की कथा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म अवतार का प्रसंग सुनाया गया, जिसने श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।
श्रीमद् भागवत पुराण हिंदू धर्म के सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक है, जो भगवान विष्णु के अवतारों और उनकी लीलाओं का वर्णन करता है। आज की कथा में पंडित राम हर्ष महाराज जी ने श्रीकृष्ण के जन्म की कथा को अत्यंत भक्तिभाव और रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि त्रेतायुग में भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में अवतार लिया, वहीं द्वापरयुग में श्रीकृष्ण के रूप में प्रकट होकर उन्होंने अधर्म का नाश किया और धर्म की स्थापना की। श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा की कारागार में माता देवकी और वासुदेव के पुत्र के रूप में हुआ। कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान का यह अवतार हुआ, जिसका वर्णन सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
पंडित जी ने कथा में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं, कंस वध, और उनके द्वारा दिए गए जीवन के उपदेशों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण का जीवन हमें सत्य, प्रेम, और कर्तव्यनिष्ठा का पाठ पढ़ाता है। कथा के दौरान मरही माता मंदिर का वातावरण भक्ति और उत्साह से परिपूर्ण था। श्रोताओं ने भजनों और कीर्तन में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे समारोह और भी जीवंत हो गया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में नैतिकता और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने का भी एक माध्यम है। पंडित राम हर्ष महाराज जी ने श्रोताओं से आह्वान किया कि वे श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में धर्म और सत्य के मार्ग को अपनाएं। मरही माता मंदिर में यह कथा अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण की अन्य लीलाओं और शिक्षाओं का वर्णन किया जाएगा।