क्षेत्र के मरीज अपना इलाज करने के लिए सुबह 9:00 बजे से अस्पताल पहुंच जाते हैं ।
वही आज डॉक्टर सुबह 9:30 बजे मरीज का इलाज, दवाइया व जांचे लिखना प्रारंभ कर देते हैं । तो वहीं लैब टैक्सेशन घर पर आराम कर रहे होते हैं और अपनी मर्जी अनुसार लैब पहुंचते है ।
मरीज ने बताया कि कल हमने जांच करवाई थी और आज उसकी रिपोर्ट लेने आए हैं परंतु यहां पर कोई भी नहीं है,,।
अब सवाल यह है कि जब लैब के दरवाजे पर ही ब्लड सैंपल लेने का समय और रिपोर्ट देने का समय निर्धारित किया गया है फिर दूसरे दिन रिपोर्ट क्यों दी जा रही है,,।
हरिशंकर बेन