उमरियापान:- जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की हरदी ग्राम पंचायत के आश्रित गांव अमकुही में बीते आठ वर्षों से सामुदायिक भवन का निर्माण अधूरा है।जिससे ग्रामीणों को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य गांव के लोगों की सुविधा के लिए कराया गया,लेकिन राशि के हेरफेर में निर्माण नहीं हो पा रहा है।
जानकारी के मुताबिक तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद हरदी ग्राम पंचायत के अमकुही गांव में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य के लिए साल 2017-18 में करीब 10 लाख रुपये की स्वीकृति मिली थी। तत्कालीन सरपंच- सचिव ने निर्माण कार्य कराया,राशि भी आहरित किया। भवन की दीवारें खड़ी है।छत का काम भी हो गया है। प्लास्टर, खिड़की दरवाजे के काम होना बाकी है। सामुदायिक भवन आठ सालों बाद भी पूरा नहीं हो सका है।खास बात यह है कि इस भवन के निर्माण पर अभी तक खर्च हुई राशि का भी कोई हिसाब-किताब नहीं है।तत्कालीन सचिव सरपंच ने शासकीय राशि निकालकर बंदरबांट कर दिया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से करते हुए जांच कराकर कार्रवाई की मांग किया है।लेकिन अधिकारियों द्वारा मामले की जांच नहीं कराई गई।ग्राम रोजगार सहायक सुरेंद्र पटेल ने बताया कि 2017-18 में सामुदायिक भवन का काम हुआ।छत लेबल तक का काम भी हो गया है।तत्कालीन सरपंच -सचिव ने जितना काम कराया। उन्हीं के द्वारा मूल्यांकन के आधार पर राशि निकाली गई है। शेष राशि नही मिली है। जिसके चलते काम अधूरा है। वरिष्ठ अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी जा चुकी है।
जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान:-
अमकुही गांव के ग्रामीणों का कहना है कि यहाँ पर बना सामुदायिक भवन अधूरा है।आठ वर्षों से इसका लाभ लोगों को नही मिला। अधूरा भवन होने से यह भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है।भवन में दरवाजे, खिड़की नही है।ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीण सामुदायिक भवनों का उपयोग शादी, विवाह सहित अन्य सामुदायिक कार्यक्रमों के आयोजन में करते,मगर सामुदायिक भवन निर्माण कार्य अधूरा होने से यह निर्माण का मकसद पूरा नहीं हो सका। गांव के ग्रामीणों ने बताया कि कई बार ग्राम पंचायत के अलावा जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से इसे पूरा कराने की मांग की गई, परंतु अभी तक किसी ने इसे पूरा कराने की पहल नहीं की।
इनका कहना है:-
अमकुही में सामुदायिक भवन क्यों अधूरा पड़ा है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। :- यजुवेंद्र कोरी, जनपद सीईओ ढीमरखेड़ा
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया धीमरखेडा कटनी