जिला जेल छिंदवाड़ा में 3 मई को बंदियों के लिए विशेष स्वास्थ्य परीक्षण एवं विधिक सहायता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति जबलपुर के निर्देशानुसार और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण छिंदवाड़ा के अध्यक्ष माननीय सुशांत हुद्दार के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर माननीय न्यायाधीश श्री सुशांत हुद्दार ने किया और अपने संबोधन में कहा कि निरोगी रहना प्रत्येक व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की मंशानुसार जेलों में बंदियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना अनिवार्य है। इस अवसर पर उन्होंने सभी बंदियों से आग्रह किया कि वे अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श लें।
स्वास्थ्य परीक्षण में मेडिकल कॉलेज छिंदवाड़ा एवं जिला चिकित्सालय के 10 विशेषज्ञ डॉक्टरों ने भाग लिया, जिन्होंने कुल 170 बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचार व दवाइयों का वितरण किया। इनमें 157 पुरुष और 13 महिला बंदी शामिल रहे।
साथ ही विधिक सहायता शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें लीगल एड डिफेंस काउंसल्स के सदस्यों ने भाग लिया। इस शिविर में 4 बंदियों को विधिक सहायता प्रदान की गई जबकि 50 बंदियों को कानूनी सलाह दी गई।
कार्यक्रम में सीजेएम श्री विपेन्द्र सिंह यादव, प्राधिकरण सचिव श्री राकेश सिंह, जेल अधीक्षक श्री प्रतीक कुमार जैन, उप अधीक्षक श्री ज्ञानांशु भारतीय, सहायक जेल अधीक्षक श्री आशीष मंजना, LADCS टीम के श्री सतीशराज श्रीवास, श्री देवकरण ठाकरे, श्रीमती शबनम खान समेत चिकित्सकगण, पैरालीगल वॉलेंटियर्स और जेल व मेडिकल स्टाफ की सक्रिय सहभागिता रही।
*संवाददाता शुभम सहारे छिंदवाड़ा*