यूजर्स ने शो पर अश्लीलता की हद पार करने और महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाया। कई लोगों ने इसे बच्चों के लिए भी असुरक्षित बताया, क्योंकि ओटीटी कंटेंट पर कोई सख्त नियमन नहीं है। वहीं, शो के निर्माताओं के खिलाफ केस भी दर्ज हुए हैं। पीटीआई के अनुसार, उल्लू एप ने बढ़ते दबाव के चलते शो के सभी एपिसोड्स को अपनी वेबसाइट और एप से हटा लिया।
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी सख्त रुख अपनाया है। शुक्रवार को NCW ने शो के होस्ट और अभिनेता एजाज खान के साथ-साथ उल्लू एप के सीईओ विभु अग्रवाल को समन जारी किया। NCW ने इस मामले में 9 मई को पेश होने का आदेश दिया है।
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी सख्त रुख अपनाया है। शुक्रवार को NCW ने शो के होस्ट और अभिनेता एजाज खान के साथ-साथ उल्लू एप के सीईओ विभु अग्रवाल को समन जारी किया। NCW ने इस मामले में 9 मई को पेश होने का आदेश दिया है।
शो के खिलाफ नाराजगी केवल सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रही। शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने संसदीय समिति में इस मुद्दे को उठाया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर सख्त नियम लागू करने की मांग की। बीजेपी के कई नेताओं ने भी शो को नैतिकता के खिलाफ बताते हुए इसकी निंदा की।
यह विवाद उस समय और गहरा गया, जब लोगों ने उल्लू ऐप पर पहले से मौजूद बोल्ड और अश्लील कंटेंट पर सवाल उठाए। गौरतलब है कि मार्च 2024 में केंद्र सरकार ने 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को अश्लील कंटेंट के लिए ब्लॉक किया था। अब ‘हाउस अरेस्ट’ ने ओटीटी पर सेंसरशिप और नियमन की बहस को फिर से हवा दे दी है।
यह विवाद उस समय और गहरा गया, जब लोगों ने उल्लू ऐप पर पहले से मौजूद बोल्ड और अश्लील कंटेंट पर सवाल उठाए। गौरतलब है कि मार्च 2024 में केंद्र सरकार ने 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को अश्लील कंटेंट के लिए ब्लॉक किया था। अब ‘हाउस अरेस्ट’ ने ओटीटी पर सेंसरशिप और नियमन की बहस को फिर से हवा दे दी है।