राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव के मार्गदर्शन में डाइट कटनी में जिले की सभी शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के प्रधानाध्यापकों को विकासखंड वार 6 चरणों में पांच दिवसीय लीडरशिप प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
नीपा एवं एन सी एस एल द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के संदर्भ में तैयार मॉड्यूल का राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान भोपाल द्वारा हिन्दी में अनुवाद किया जाकर प्रशिक्षण योजना तैयार की गई है। इस योजना में 6 मुख्य क्षेत्र पर आधारित 14 मॉड्यूल्स पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से सतत व्यावसायिक विकास हेतु लीडरशिप पाथ,विद्यालय सुधार हेतु परिवर्तनकारी नेतृत्व,भारत में प्रधानाध्यापकों की भूमिका का पुनः परिभाषिकरण,सीखने और विकास के लिए एक आधार के रूप में विद्यालय,विद्यालय नेतृत्व परिवर्तन के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत,समानता और समता,समता एक अवधारणा के रूप में,समता एक उपकरण के रूप में,सहानुभूति विद्यालय प्रमुखों के व्यावसायिक विकास के लिए महत्वपूर्ण कौशल,एजुकेशन फॉर क्रिटिकल थिंकिंग, राष्ट्रीय स्तर की समावेशी शिक्षा नीति,दिव्यांग बच्चों के संदर्भ में शिक्षण अधिगम प्रक्रियाओं का रूपांतरण,हितधारकों के साथ विद्यालय उन्नयन हेतु साझेदारी,स्कूल आधारित बदलाव के लिए आगामी लीडरशिप तैयार करना शामिल है।
यह प्रशिक्षण स्रोत समूह के सदस्यों डाइट फेकल्टी राकेश सिन्नरकर, डी आर जी राकेश विश्वकर्मा,महेंद्र मिश्रा,श्रद्धांजली शुक्ला , शालिनी तिवारी, राकेश गौतम, मंगलदीन पटेल, धनराज बर्मन, सुमित गर्ग, बी ए सी सुरेश धाकड़, द्वारा राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात दिया जा रहा है ।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री शिशिर गेमावत के निर्देशानुसार डाइट प्राचार्य एम पी डुंगडुंग द्वारा सभी प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण के पश्चात तेरह लक्ष्यों पर कार्य करने हेतु आदेशित किया गया है इन लक्ष्यो में प्रमुख रूप से स्वयं को एवं अपने स्कूल को रोल मॉडल के रूप में विकसित करना, शिक्षकों के कार्यों की निरंतर समीक्षा करना, स्कूल के छात्रों को शुरुआत से ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये तैयार करना, स्वास्थ्य की देखभाल करना, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु पालकों को बच्चों के प्रत्येक टेस्ट की कॉपियों का अवलोकन कराना, शाला विकास में पालकों एवं जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेना, आकर्षक पुस्तकालय स्थापना, सत्र के प्रारंभ से ही टाइम टेबल के अनुसार अध्यापन की गतिविधि आदि शामिल है । आगामी सत्र में स्कूल मॉनिटरिंग इन्हीं लक्ष्यों पर केंद्रित रहेगी
प्रशिक्षण के अंतिम दिवस प्रतिभागियों द्वारा डाइट कटनी के पुस्तकालय का भ्रमण एवं डी एल एड छात्राध्यापको द्वारा निर्मित शिक्षण सहायक सामग्री का अवलोकन किया गया जिससे सभी स्कूल अपनी अपनी शालाओं में व्यवस्थित पुस्तकालय स्थापित कर बच्चों एवं शिक्षकों में पढ़ने की संस्कृति का विकास कर सकेंगे एवं टी एल एम का उपयोग कर शिक्षण को प्रभावी बनायेंगे सभी प्रधानाध्यापकों द्वारा पत्र लिखकर यह संकल्प व्यक्त किया गया कि वे शिक्षकों, बच्चों और पालकों के सहयोग से अपने विद्यालयों में अपेक्षित परिवर्तन लायेंगे और शिक्षा की गुणवत्ता उनका प्राथमिक लक्ष्य रहेगा अध्यक्ष शिक्षा समिति अशोक विश्वकर्मा द्वारा प्रशिक्षण की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए प्रशिक्षण की सीख को विद्यालयों में लागू करने हेतु प्रेरित किया गयां प्रत्येक प्रशिक्षण कक्ष में डाइट फेकल्टी कल्पना खरे,राजेन्द्र असाटी,उमाशंकर सैनी द्वारा लीडरशिप स्किल्स पर विशिष्ट उदाहरणों के माध्यम से चर्चा की गई । डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम लीडर आनंदम अनिल कांबले द्वारा चिंता को प्रभाव के दायरे में बदलने की तकनीक पर गहन चर्चा की गई। प्रशिक्षण संबंधी व्यवस्थाओं में राजेश गुप्ता, श्रीकिशोर शर्मा,सृजन चौकसे, सतेंद्र कोरी, विक्रम, गोविन्द, संतोष, मंजू ने उल्लेखनीय सहयोग प्रदान किया।