शासकीय राशि का भुगतान हेतु शासन चाहे जितना भी ऑनलाइन व डिजिटल पेमेंट कर दे । फिर भी योजनाओं के तहत हो या कोई कार्यक्रम,पैसों का फर्जीबड़ा कर गांव की भोली भाली जनता को बेवकूफ बनाकर अपनी जेब भरने में सरपंच सचिव कोई कसर नहीं छोड़ रहे।
हम बात कर रहे हैं कटनी जिले की रीठी जनपद पंचायत क्षेत्र मैं सबसे दूर की ग्राम पंचायत ढूढरी की । जहा कोई योजना के तहत हो ,या कोई कार्यक्रम फर्जी बिल लगाना यहां एक रस्म बन गई है । इस ग्राम पंचायत में यदि उच्च अधिकारियों द्वारा सही तरीके से जांच करवाई जाए तो सबसे ज्यादा बिना सरपंच ,सचिव के हस्ताक्षर व शील के बिना ही फर्जी तरीके से बिल जारी किए गए हैं । जिसमे सोचने वाली बात यह है कि पूर्व मैं हुए गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में 47 सो की लाई और 10 हजार रुपए की मिठाई बट गई । इस कार्यक्रम मैं टोटल 35600/ रुपए का बिल, बिना सरपंच सचिव के शील व हस्ताक्षर हुए बिना ही निकाल लिया गया है ।
जबकि नियमाअनुसार कोई भी बिल बिना सरपंच सचिव के हस्ताक्षर व ओटीपी के बिना नहीं निकाला जा सकता । परंतु
ग्राम पंचायत ढूढरी में ऐसे कई फर्जी बिल है जिसमें सिर्फ सरपंच सचिव के हस्ताक्षर और शील के बिना ही बिल जारी किए गए है ।
इतनी भ्रष्टाचारी है।और उच्च अधिकारी मौन धारण किए हुए बैठे हैं । वही इस संबंध मैं जनपद पंचायत रीठी मुख्य कार्यपालन अधिकारी चंदूलाल पनिका का कहना है कि, बिना सील साइन के बिल पास करवाना गलत है ।
कोई भी बिल पास करवाने में सरपंच सचिव की दस्तक व शील होने चाहिए । इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हरिशंकर बेन