इदरगढ़ के गुंदारा गांव फूल सिंह के यहां ब्रह्मदेव परिसर में चल रही साप्ताहिक भागवत कथा के आज पांचवे दिन सोनू शास्त्री ने भक्तों को कथा सुनाते हुए बताया कि जब श्री राम ने जनकपुर में अपने गुरु विश्वामित्र के साथ पहुंचकर धनुष यज्ञ में भाग लिया जिसमें दूर-दूर के राजाओं को आमंत्रित किया गया था सीता स्वयंवर के लिए राजाओं ने अपनी अपनी ताकत आजमाई लेकिन कोई धनुष वह उठाना तो दूर दिला तक नहीं सका जिसके बाद गुरु की आज्ञा लेकर श्री राम ने देखते ही देखते धनुष को उठाकर प्रीतांचा चढ़ाई और धनुष को तोड़ दिया जनकपुर में श्री राम के जयकारे होने लगे और सीता जी ने श्री राम के गले में जय माल डालकर उनके साथ स्वयंवर लिया इसके बाद चतुर शहेली ने राम को गलियां गाते हुए कहा ना पीर से होते ना तकदीर से होते उसे अवधपुरी में लड़का खीर से होते हैं तो इस पर लक्ष्मण ने जवाब देते हुए कहा ना जोड़ के होती ना तोड़ के होती इस जनकपुरी में लड़की धरती फोड़ कर होती कथा का समापन 12 फरवरी को होगा इस दौरान गंगाराम परशुराम मूलचंद देवी शरण ज्ञान सिंह विष्णु कुमार मानसिंह सुरेंद्र कुमार शिवानी संध्या रीता रामचंद्र राधेश्याम उर्मिला देवी ललिता संगीता गौरी सलोनी सहित सैकड़ो भक्त मौजूद रहे