कालापीपल(बबलू जायसवाल)कालापीपल में शानिवार के दिन स्कूली बच्चों ने चलती गाड़ियों पर नाच गाना व जानलेवा स्टंट किया।इस पर प्रशासन क्यों चुप्पी साधा बैठा है।बगैर परमिशन डीजे,खुली जीप,गाड़ियां,ट्रैक्टरों के साथ फेयरवेल पार्टी मनाते बच्चे सड़कों पर आवारा तत्व जैसे स्कूली बच्चे घूम रहे हैं।
“आखिर किसने दी स्कूल वालों सड़कों पर फेयरवेल पार्टी मनाने की परमिशन”
नगर में पहले ही नाम की नंबर प्लेट व गाड़ीयों पर लगे हूटर कार्यवाही पुलिस नहीं कर पा रही हैं।अब स्कूली बच्चों ने सड़कों पर बवाल मचाना शुरू कर दिया प्रशासन इन स्कूली बच्चों पर कैसे कर पाएगा कार्यवाही,क्या अब निजी स्कूल वाले ने इस प्रकार की शिक्षा भी देना चालू कर दिया क्या ? शिक्षा व संस्कार छोड़कर स्कूलों बच्चे कालापीपल की सड़कों पर खतरनाक चलती गाड़ी में स्टैंड करते दिखाई दे रहे हैं।स्कूली बच्चों का यहां करतब देखकर ये नगरवासी सच में पड़ गए की यह कैसी शिक्षा, कैसे संस्कार क्या है या किस दिशा में जा रही वर्तमान की शिक्षा,नगर सड़कों पर चलती गाड़ी पर नाचते स्कूली बच्चे,गाड़ियों की खिड़कियों पर बैठकर लहराते दिखे,
दंबी जुबान से कुछ लोगों ने की कार्यवाही की मांग,जहां प्रशासनिक व्यवस्था बनी मूकदर्शक बनी,किताबें,ड्रेस और संस्कार की जगह वीआईपी कल्चर बढ़ता जा रहा है,जिसका जीता जागता उदाहरण से सेट टेरेसा स्कूल की फेयरवेल पार्टी के नाम पर ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाई गई,यादि पहले ही इन पर कार्यवाही हो जाती तो नियमों की धज्जियां नहीं उड़ते,व्यवस्था सुधार के लिए निकलते बड़े-बड़े फरमान,फाइलों में दफन है,अगर ऐसे में कोई हादसा हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन और नगर हूटर लगाने व सायरन बजाने की परमिशन किसने दी,
वही स्कूल संचालक ने बताया कि इस प्रकार की कोई परमिशन स्कूल द्वारा नहीं दी गई अपनी मनमर्जी से किया है,और उन्होंने हमें लिख कर दिया था की कोई हरकत नहीं करेंगे कर..।