रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। जिला मुख्यालय पर एयरटेल टेलीकॉम कंपनी द्वारा बुधवार रात्रि सर्किट हाउस चौराहे पर पानी की टंकी के पास मशीन से अंडरग्राउंड ड्रिलिंग के दौरान अमृत योजना की मेन पाइपलाइन को आरपार छेद करते हुए क्षतिग्रस्त कर दिया गया। जिसके कारण पूरे क्षेत्र में जल भराव के हालात निर्मित हुए और वीआईपी रोड भी डैमेज हुआ। इस घटना से नर्मदापुरम नगर की गुरुवार से ही पेयजल व्यवस्था बाधित हो गई, लोगों को पेयजल के लिए भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को नगर पालिका सीएमओ द्वारा जल शाखा कर्मचारी के माध्यम से सिटी कोतवाली थाने में टेलीकॉम कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है साथ ही नुकसान की भरपाई के लिए 4.93 लाख का हर्जाना देने की मांग भी की गई है। बताया जाता है कि कंपनी द्वारा बिना अनुमति कार्य किया जा रहा था। नगर पालिका द्वारा कंपनी को दिशा निर्देशों के तहत राशि जमा करने का पत्र जारी किया गया था, जिसको आधार बनाकर कंपनी द्वारा मनमाने तरीके से रात्रि में खुदाई कर पूरे शहर की पेयजल व्यवस्था बाधित कर दी गई और घटना के बाद वह मशीन लेकर भाग गए। इसके बाद पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से सड़क पर मिट्टी आने से वाहन फिसलन की स्थिति निर्मित हुई और कई दो पहिया वाहन चालक, महिलाएं , बच्चे भी सड़क पर दुर्घटना का शिकार हुए हैं। एसडीओपी पराग सैनी ने बताया कि पुलिस के पास आवेदन आया है। हम नगर पालिका प्रशासन सहित कंपनी को नोटिस जारी कर रहे हैं और पूरे मामले की जांच होकर दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। अवगत हो कि उक्त सड़क स्थल पीडब्ल्यूडी विभाग का होने से अब एसडीओ राजीव पाठक द्वारा भी थाने में आवेदन देकर कंपनी के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही सहित क्षतिग्रस्त सड़क पर हुए नुकसान का हर्जाना की मांग की गई है। वही इस घटना के बाद नगर पालिका के जवाबदार इंजीनियरों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि जब सड़क पर रात को टेलीकॉम कंपनी द्वारा ड्रिलिंग की जा रही थी तब नगर पालिका के जवाबदार इंजीनियरों ने इस विषय को संज्ञान क्यों नहीं लिया? वही सीएमओ हेमेश्वरी पटले ने बताया कि क्षतिग्रस्त पाइप लाइन का सुधार कार्य जारी है। जल्द काम पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। घटना से पेयजल व्यवस्था बाधित हुई है। एयरटेल कंपनी पर मामला दर्ज करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया है हर्जाना भी मांगा गया है। वहीं सूत्रों की माने तो कई वार्डों में पानी के टैंकर तक नहीं पहुंचाये जा रहे हैं ।जिससे वार्ड वासियों को पेयजल व्यवस्था की खासा परेशान होना पड़ रहा?? और नगर पालिका के जवाबदारी सब इंजीनियर फोन तक नहीं उठा रहे हैं और ना ही समस्या का कोई निदान कर पा रहे हैं जो कि उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते है?? आखिर पेय जल व्यवस्था कब तक दुरस्त होंगी पर भी सवाल??