विकासखंड ढीमरखेड़ा के ग्राम पंचायत मढ़ाना के ग्राम कुसेरा में संगोष्ठी और स्वेटर वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद, नवांकुर संस्था और ग्राम विकास समिति इमलिया द्वारा स्थानीय लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ बच्चों को स्वेटर वितरित किए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ थाना प्रभारी श्री अखिलेश दाहिया, पूर्व मंडल अध्यक्ष श्री गोविंद प्रताप सिंह और ग्राम पंचायत धरवारा के समाजसेवी उप सरपंच अमित गर्ग द्वारा सरस्वती पूजन करके किया गया। इस दौरान, मुख्य अतिथि अखिलेश दाहिया थाना प्रभारी सलीमनाबाद ने साइबर क्राइम, नशा मुक्ति और महिला उत्पीड़न पर ग्रामीणों को जागरूक किया। उन्होंने असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया और साइबर अपराध से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराने की अपील की।
पूर्व मंडल अध्यक्ष श्री गोविंद प्रताप सिंह ने आदर्श ग्राम की संकल्पना पर सहयोग का आश्वासन दिया और ग्रामीणों को शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए बच्चों को समय पर स्कूल भेजने की सलाह दी। वहीं अमित गर्ग ने ग्राम पंचायत स्तर पर मिलने वाली योजनाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम में म.प्र. जन अभियान परिषद ढीमरखेड़ा की ब्लॉक समन्वयक बबीता शाह ने परिषद की योजनाओं के बारे एवं नवांकुर संस्था प्रस्फुटन समिति तथा मुख्यमंत्री समुदाय नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम द्वारा संचालित बीएसडब्ल्यू एमएसडब्ल्यू के पाठ्यक्रमों के बारे में बताया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा 1 से 5 तक के 45 बच्चों को स्वेटर और टोपा वितरित किए गए। मकर संक्रांति के अवसर पर बच्चों को लड्डू खिलाकर मुंह मीठा भी कराया गया।
कार्यक्रम का संचालन कोदूलाल हल्दकर ने किया और अंत में सभी उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विद्यालय के अतिथि शिक्षक कमलेश कुमार, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गीता बाई, पूसा बाई, शकुन बाई, ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष नरेश सिंह, सचिन, रामकुमार सिंह, केत सिंह, दादा रघुनाथ सिंह, उप सरपंच देवमन कॉल, परामर्शदाता सुमित कुमार एमएसडब्ल्यू छात्र श्रीमती राखी दूबे एवं आकाश विश्वकर्मा, आकाश सिंह, पंकज नामदेव, हिम्मत सिंह, धीरेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह, जगन सिंह, विनोद सिंह, दर्शन सिंह, उमेश टीकम भगत सिंह सहित अन्य ग्रामीणों का सहयोग सराहनीय रहा। इस अवसर पर एक समरसता भोज का आयोजन भी किया गया, जिसमें अतिथियों और ग्रामीणों ने मिलकर भोजन किया।