रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। मुख्यालय के सरकारी जिला अस्पताल में रविवार देर रात्रि ड्यूटी डॉक्टर सहित कर्मचारियों का ढोलबाजे पर नाचते हुए थिरकने का वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला अस्पताल परिसर में घटित इस गंभीर घटना को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर दिनेश दहलवार ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही संबंधित वार्ड बॉय को निलंबित कर दिया गया है। सिविल सर्जन डॉ सुनीता कामले ने बताया कि मामला अत्यंत ही गंभीर है। हम इसकी निंदा करते हैं। जांच समिति का गठन किया जा रहा है। घटना से संबंधित अस्पताल के अंदर के सीसीटीवी फुटेज निकाले जा रहे हैं। शिकायतकर्ता सहित संबंधितों के बयान दर्ज होंगे। वरिष्ठ अधिकारियों को संबंधित डॉक्टर पर कार्यवाही के लिए लिखा जाएगा। अवगत हो कि रविवार देर रात को जिला अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी अपना जन्मदिन ढोल बाजे के साथ मनाता है और ड्यूटी डॉक्टर ढोल बाजे पर नाचते नजर आ जाए तो इसे क्या कहेंगे, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ हैं ? दूसरी तरफ ऐसी घटना से जिला अस्पताल में भर्ती मरीज ,नवजात शिशु, प्रसूता महिलाएं, अन्य बीमारी के मरीज हलाकान होते रहे, इसी दौरान एक डॉक्टर और मरीज के परिजनों में पैसों के लेनदेन पर विवाद भी सामने आया। जिला अस्पताल में रविवार देर रात्रि बज रहे ढोलबाजों के शोरगुल पर वार्ड 6 के जुझारू पार्षद राजेंद्र उपाध्याय तक लोगों ने सूचना पहुंचाई। जिसके बाद पार्षद उपाध्याय ने सिटी कोतवाली सूचना दी, तब नाइट ड्यूटी ऑफिसर एएसआई गोपाल पाल ने पुलिस टीम अस्पताल भेजकर ढोलबाजे वालों को अस्पताल से भगाया और मामला शांत कराया। इस घटना के बाद रात में सिवनीमालवा से आए युवक की बुजुर्ग मां के इलाज के लिए डॉक्टर द्वारा ₹1000 लिए जाने के बाद रेफर करने की जानकारी पर विवाद हो गया। तब यह मामला पार्षद राजेंद्र उपाध्याय तक पहुंचा। उन्होंने बुजुर्ग के इलाज में हर संभव मदद कराई। सोमवार को बुजुर्ग महिला के बेटे खुटवासा निवासी रामनिवास प्रजापति ने सिविल सर्जन को शिकायत कर पूरी घटना से अवगत कराया। रामनिवास प्रजापति ने बताया कि वह सिवनीमालवा के कोटग्राम के रहने वाले हैं। उनकी बुजुर्ग माता की तबीयत खराब होने पर सिवनीमालवा अस्पताल से जिला अस्पताल लाए थे। मेरी बुजुर्ग माता को भर्ती कर लिया और उसके बाद डॉक्टर अजय सिंह राठौड़ द्वारा मुझे बुलाकर कहा गया कि तुम्हारी माताजी सीरियस है। भोपाल ले जाना पड़ेगा। उसके लिए ₹1000 दे दो, मैंने कहा कि मैं गरीब मजदूर हूं। ₹500 ले लो मगर डॉक्टर साहब नहीं माने मेरे द्वारा हजार रुपए दिए गए। उसके बाद रात करीब 12 बजे मुझे बुलाया कहा कि तुम्हारा रेफर पर्चा अभी नहीं बनाऊंगा क्योंकि तुमने मुझसे ₹500 वापस ले लिए और मेरे साथ मारपीट और गाली-गलौज की गई। डॉक्टर साहब रात में नशे की हालत में जिला अस्पताल के कंपाउंडर मनीष का जन्मदिन ढोल बाजे पर पार्टी बना रहे थे। रात्रि करीब 1 बजे तक ढोल बाजे पर डांस करते रहे। जिससे अस्पताल के मरीज परेशान होते रहे, मेरी मां की तबीयत बहुत खराब थी। उचित कार्यवाही करते हुए डॉक्टर अजय सिंह पर कार्यवाही की मांग भी की है। घटना को लेकर पार्षद राजेंद्र उपाध्याय ने बताया कि जिला अस्पताल में मरीजों के हाल अत्यंत खराब है। चिकित्सक , स्टाफ मरीजों पर ध्यान नहीं देता है। अस्पताल रेफर केंद्र बनकर रह गया है और यहां पर अवैध वसूली, निजी अस्पताल की एंबुलेंस और ब्लड बेचने का गोरखधंधा चल रहा है। मेरे द्वारा रात्रि घटित पूरी घटना की जानकारी विधायक डॉ सीतासरन शर्मा सहित पीयूष शर्मा को दी गई है। बुजुर्ग माता के इलाज के लिए भी मेरे द्वारा डॉक्टर से आग्रह किया गया है। सिविल सर्जन डॉ सुनीता कांबले ने बताया कि बुजुर्ग महिला का इलाज जारी है और उनको बेहतर इलाज दिया जा रहा है। मामले की जांच हेतु समिति का गठन किया गया है। फिलहाल पूरा मामला गर्माया हुआ है।