मैं तो गोवर्धन को जाऊं मेरे वीर नहीं माने मेरा मनवा इंदरगढ़ के गहिरा गांव के पास आवंती बाई नगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन दिन आज श्रीमद् भागवत अआवंती बाईनगर निवासी गिरीश चंद्र राजपूत के यहां चल रही श्रीमद् भागवत कथा में कथा वाचक शिवकुमार शास्त्री ने कथा सुनाते हुए भक्तों को बताया कि जब इंद्र को अभियान हुआ कि हमारे वर्षा करने से वृंदावन वासी हमारी पूजा करते हैं तो श्री कृष्ण भगवान ने इंद्र का अभिमान तोड़ने के लिए गोवर्धन पर्वत की वृंदावन वासियों से पूजा करवाई जिससे नाराज इंद्र ने घनघोर बारिश कार्रवाई जिससे बचने के लिए श्रीकृष्ण ने अपने दाएं हाथ की छोटी उंगली से गोवर्धन पर्वत को उठाकर वृंदावन वासियों की रक्षा की और इंद्र का अभियान तोड़ा तभी से गोवर्धन पूजा शुरू हो गई साथ ही कथा वाचिका रेखा शास्त्री देवेश कुमार राजपूत दुर्गा शास्त्री ने भक्तों को भगवान के विभिन्न रूपों का विस्तार से वर्णन कर भक्तों का मनमोहा 10 दिसंबर को भंडारे का आयोजन किया जाएगा