रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। भोपाल लोकायुक्त पुलिस टीम की सीहोर नगर पालिका में इंजीनियर को रिश्वत लेते पकड़े जाने की खबर के बाद नगर पालिका परिषद नर्मदापुरम में खासी हलचल दिन भर रही । अवगत हो कि लोकायुक्त टीम के हाथों पकड़े गए रसूखदार इंजीनियर रमेश वर्मा नगर पालिका नर्मदापुरम में सप्ताह में 2 दिन के लिए एई के प्रभार पर भी नियुक्त हैं। रमेश वर्मा पूर्व में भी यहां पर उपयंत्री के पद पर करीब 15 महीने तक पदस्थ रहे हैं और इनका कार्यकाल हमेशा ही विवादों में रहा है। नगर पालिका नर्मदापुरम से इनका खासा लगाव रहा है और निर्माण कार्यों का प्रभार वर्तमान में देख रहे हैं । कॉलोनी निर्माण की फाइलें भी इनके हाथ में है। लोकायुक्त पुलिस भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार
दिनांक 08/11/2024 को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त भोपाल के समक्ष उपस्थित होकर शिकायतकर्ता सुरेश सिंह दांगी निवासी लुनिया चौराहा सीहोर ने अतिक्रमण प्रभारी सुरेश वर्मा इंजीनियर नगर पालिका सीहोर द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने संबंधी शिकायत प्रस्तुत की ।
शिकायत का सत्यापन किया गया। शिकायत सत्यापन के दौरान अतिक्रमण प्रभारी रमेश वर्मा इंजीनियर नगर पालिका सीहोर द्वारा रिश्वत के रूप में 70,000 रुपए की मांग बिना अनुमति मकान बनाने में आपत्ति नही करने हेतु की गई।
पी सी एक्ट 1988 की धारा -7 के तहत अपराध कायमी की जाकर आज दिनांक 11/11/2024 को उप पुलिस अधीक्षक अनिल बाजपेयी के नेतृत्व में ट्रेप की कार्यवाही की गई। अतिक्रमण प्रभारी रमेश वर्मा इंजीनियर नगर पालिका सीहोर द्वारा शिकायतकर्ता सुरेश सिंह दांगी से अपने कार्यालय चैंबर में प्रथम किस्त के रूप में 20,000 हजार रुपये अपने सहयोगी अंशुल जैन के माध्यम से लिये जाने पर अंशुल जैन से रिश्वत की राशि बरामद की गई है। कार्यवाही अभी जारी है।
कार्यवाही में अनिल बाजपेई उप पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में वीरेंद्र सिंह उप पुलिस अधीक्षक, संजय शुक्ला उप पुलिस अधीक्षक, बृज बिहारी पाण्डेय प्रधान आरक्षक, राजेंद्र पावन प्रधान आरक्षक, मुकेश सिंह प्रधान आरक्षक, सुश्री रानी सोलंकी आरक्षक शामिल रहे।