दिवाली के दिन घरों को दीयों, मोमबत्तियों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है. दिवाली के दिन दीयों और लाइटों की यह सजावट न सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाती है बल्कि इसे अंधकार से प्रकाश की ओर संक्रमण का प्रतीक भी माना जाता है.
रंगोली
दिवाली के दिन ज्यादातर घरों में रंगोली बनाने की परंपरा है. लक्ष्मी की पूजा करके घर के आंगन और दरवाजों पर विशेष रंगों से सुंदर डिजाइन और पेंटिंग भी बनाई जाती है. घर में रंगोली बनाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और इसे देवी लक्ष्मी के स्वागत का प्रतीक भी माना जाता है.
आतिशबाजी
दिवाली की रात पटाखे और पटाखे फोड़े जाते हैं, जिससे इस त्योहार की खुशी दोगुनी हो जाती है. हालांकि, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पटाखे न जलाने की सलाह दी जाती है क्योंकि पटाखों से बच्चों, बुजुर्गों और जानवरों को कई परेशानियां होती हैं और कई बीमारियां होने लगती हैं.
पारंपरिक मिठाइयाँ
दिवाली के दिन ज्यादातर घरों में पारंपरिक मिठाइयां भी बनाई जाती हैं और इन्हें लक्ष्मी पूजा के दौरान भी चढ़ाया जाता है. परिवार के सदस्य घर में बनी मिठाइयों जैसे लड्डू, जलेबी, गुलाब जामुन आदि का आनंद लेते हैं. दोस्तों, रिश्तेदारों और प्रियजनों के बीच दिवाली की मिठाइयों का आदान-प्रदान भी किया जाता है.
नवविवाहित जोड़ा
दिवाली पर नवविवाहित जोड़ों और बच्चों को विशेष गिफ्ट दिए जाते हैं और बड़ों का आशीर्वाद मिलता है. यह परंपरा रिश्तों को मजबूत करने और खुशियां बांटने का एक तरीका है.