रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ द्वारा प्राइवेट मां नर्मदा आईटीआई कॉलेज पर प्रशासन द्वारा कारवाही नही किए जाने से नाराज होकर फिर से प्रदर्शन किया और शासकीय नर्मदा महाविद्यालय के सामने कार्यकर्ताओं ने क़रीब 250 विद्यार्थियों के साथ चक्का जाम किया। जब प्रशासन के अधिकारी और पुलिस वहां पहुंची और बात की तो विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता बोले की तीन दिन का बोलकर प्रशासन ने आश्वासन दिया था।
आज 30 दिन हो गए हैं और उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। तभी इसी समय एम्बुलेंस आई तो विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सब कुछ छोड़कर एंबुलेंस को निकलवाने के लिए रास्ता दिया और खुद निकलवाई। एंबुलेंस को देखकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता बोले कि हम समाज को जोड़ने का काम करते हैं एंबुलेंस निकालने के बाद विधिवत आंदोलन किया । इस विषय को लेकर धरना स्थल पर शहरी तहसीलदार देवशंकर धुर्वे ने जब कार्यकर्ताओं से बात की तो कार्यकर्ता बोले कि जिले में ऐसे कितने फर्जी आईटीआई संचालित हो रहे हैं? तभी कार्यकर्ताओं से बात करते हुए तहसीलदार साहब ने आश्वासन दिया कि 8 अक्टूबर तक उसकी जांच कर उसकी मान्यता रद्द की जाएगी। इस दौरान काफी गहमा गहमी का माहौल देखने में आया है। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि प्रशासन ने तीन दिवस में कार्यवाही का आश्वासन दिया था परंतु 30 दिवस होने के बावजूद कोई कार्यवाही अब तक नहीं हुई?