जबलपुर । किशोरी वैष्णवी गर्ग जी के मुखारबिंद से स्व.श्री राघवेन्द्र प्रसाद गौतम जी की पुण्य स्मृति में चाचा किराना स्टोर सिद्ध बाबा वार्ड में 28 सितंबर से 05 अक्तूबर तक शाम 3 बजे से हरी इच्छा तक हो रही श्रीमद्भागवत कथा से पूर्व निकाली गई कलश यात्रा से वातावरण भक्तिमय हो गया। उत्साह व उमंग के साथ कलश यात्रा में भाग लिया कथा के यजमान गौतम परिवार श्रीमद्भभगवद पोथी अपने सिर पे लेकर चल रहे थे। कलश यात्रा में शामिल महिला-पुरुषों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सभी भक्त जय श्री राम ,माता रानी के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। बैंडबाजे की मधुर भजनों की धुन पर युवा युवती की टोली थिरकते नाचते गाते भक्तों संग कलश यात्रा श्री शिव मंदिर से गौतम जी के निवास पर पहुंची जहा विधि विधान से पंडितों द्वारा गौतम परिवार ने पूजन कराया गया कलश की स्थापना की गई।
भागवत कथा के प्रथम दिवस कथा व्यास किशोरी जी ने कलश यात्रा का महत्व बताते हुए कहा कि कलश सुख समृद्धि का प्रतीक है जो लोग कलश यात्रा में चलते हैं । सुख समृद्धि उनके साथ कभी नहीं छोड़ती और
परमात्मा की विशेष कृपा के पात्र हो जाते हैं । श्रीमद् भागवत महात्म्य कथा एवं श्री शुकदेव आगमन, नारदजी की कथा, राजा परिक्षित को श्राप तथा विदुर कथा से वातावरण भक्ति मे सराबोर हो गया। उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा का संक्षेप में श्रोताओं को सार बताते हुए कहा कि मनुष्य के जन्म जन्मांतर के पुण्यों का उदय होने पर ही श्रीमद् भागवत जैसी भगवान की दिव्य कथा श्रवण का सौभाग्य मिलता है। भागवत रूपी गंगा की धारा पवित्र और निर्मल है जो पापियों को भी तार देती है। भगवान का वामन अवतार, कपिलोपाख्यान एवं ध्रुव- चरित्रादि का वर्णन और ध्रुव कथा,को नर्सिंग अवतार पर प्रसंग, 29 सितंबर को सृष्टि वर्णन ध्रुव चरित्र ,30 सितंबर को भरत चरित्र प्रह्लाद चरित्र ,1 अक्तूबर श्रीकृष्ण जन्म, नंदोत्सव, 02 अक्तूबर को श्रीकृष्ण बाललीला, एवं गोवर्धन पूजा,03 अक्तूबर को महारास, कंसवध, रुक्मिणी- श्रीकृष्ण विवाह व 04 अक्तूबर को सुदामा चरित्र, श्री शुकदेव पूजन, परीक्षित मोक्ष और 05 अक्तूबर को प्रसाद वितरण। इस अवसर पर आसपास से सैकड़ों संख्या में भक्तजन कथा का रसपान के लिए आ रहे है। मुख्य यजमान श्रीमती मालती पुष्पराज.पप्पू.गौतम सपरिवार ने आप सभी से कथा श्रवण करने की अपील की है