रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। प्रदेश के हिल स्टेशन एवं पर्यटन स्थल तथा शिव की नगरी पचमढ़ी के प्रसिद्ध नागद्वारी मेला में अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमडी। श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन स्तर से व्यापक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। कलेक्टर सोनिया मीना स्वयं मेला की मानिटरिंग करती रही। प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा मेला स्थल पर यात्रियों को किसी प्रकार की कोई असुविधाएं नहीं हो इस बात का विशेष ध्यान रखा गया। यह मेला 01 अगस्त से 10 अगस्त तक आयोजित किया गया था। जिसमें मुख्य रूप से नागपंचमी पर भारी भीड़ उमडी। तीन दिन से बारिश होने के बावजूद भी यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी गई। नागद्वारी यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने से लेकर दवाइयों के शिविर की व्यवस्था मेला स्थल पर की गई थी। जिसके लिए 24 *7 मेडिकल टीम विभिन्न पॉइंटों पर तैनात रही। मेले में 01 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक लगभग 6 से 7 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
संभागायुक्त कृष्ण गोपाल तिवारी, कलेक्टर सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नागद्वारी मार्ग पर मेला से पूर्व ही ट्रैकिंग कर निरीक्षण करने के साथ ही एडीएम श्री डीके सिंह, जिला पंचायत सीईओ सौजान सिंह रावत, एसडीएम पिपरिया श्री संतोष कुमार तिवारी एवं तहसीलदारों सहित अन्य अनेक अधिकारियों को अलग-अलग व्यवस्था के लिए तैनात किया था। नागद्वारी यात्रा के लिए सभी स्थानों पर तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित पटवारी एवं सुरक्षा के लिए टीआई एवं एसआई स्तर के अधिकारी सुरक्षा के लिए तैनात किए गए थे। साथ ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए होमगार्ड एसडीआरएफ की टीमें तैनात रही। नागद्वारी यात्रा के प्रथम स्थान नागफनी से नागद्वार तक कदम कदम तक अधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया था। पेयजल से लेकर ठहरने के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। नागद्वारी मेले के सुचारू एवं सफल संचालन में एसडीएम पिपरिया संतोष कुमार तिवारी, साडा सीईओ श्री नीरज श्रीवास्तव, तहसीलदार पिपरिया श्री वैभव बैरागी ने सक्रिय भूमिका निभाई।