रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। एन ई एस शिक्षा महाविद्यालय में पर्यावरण एवं प्राकृतिक रक्षण विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ ज्योत्स्ना खरे, महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ संजय गार्गव के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती मां के पूजन एवं दीप प्रज्वलन से की गई। बी एड प्रथम सेमेस्टर के छात्रा आशुतोष पारे ने पर्यावरण एवं भारतीय संस्कृति के संबंधों की व्याख्या की। बी एड प्रथम सेमेस्टर के छात्र आशीष अश्ववारे ने अपनी परिचर्चा में बताया कि मानव एवं प्रकृति के संबंध के बारे में विस्तार से चर्चा की। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ज्योत्स्ना खरे ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण आज के युग में अनिवार्य है अपने पर्यावरण को प्राचीन संस्कृति और ज्ञान के संबंध में विस्तार देते हुए कहा कि पौधे लगा देना ही हमारा उद्देश्य ना हो पौधों का संरक्षण हमारे जीवन का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। कार्यक्रम में डॉक्टर संजय गर्ग ने अपने उद्बोधन में श्री रामचरितमानस ,भागवत से विविध संस्मरण सुनाए। आपके पर्यावरण रक्षण में चरक एवं च्वयन ऋषि के योगदान को याद किया इसी तरह वर्तमान समय में सुंदरलाल बहुगुणा राजेंद्र सिंह अनुपम मिश्रा के योगदान को चिन्हित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं एवं महाविद्यालय का संपूर्ण स्टाफ उपस्थित रहा।